Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 2004719 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Translated Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Section : | ४०. स्याद्वाद व सप्तभङ्गीसूत्र | Translated Section : | ४०. स्याद्वाद व सप्तभङ्गीसूत्र |
Sutra Number : | 719 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | नयचक्र 257 | ||
Mool Sutra : | उभयमुभयनयेना-वक्तव्यं च तेन समुदाये। ते त्रिका अवक्तव्या, निजनिजनयार्थसंयोगे।।६।। | ||
Sutra Meaning : | स्व-द्रव्यादि चतुष्टय और पर-द्रव्यादि चतुष्टय दोनों की अपेक्षा लगाने पर एक ही वस्तु स्यात्-अस्ति और स्यात्-नास्ति रूप होती है। दोनों धर्मों को एक साथ कहने की अपेक्षा से वस्तु अवक्तव्य है। इसी प्रकार अपने-अपने नय के साथ अर्थ की योजना करने पर अस्ति-अवक्तव्य, नास्ति अवक्तव्य और अस्ति-नास्ति अवक्तव्य है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Ubhayamubhayanayena-vaktavyam cha tena samudaye. Te trika avaktavya, nijanijanayarthasamyoge..6.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Sva-dravyadi chatushtaya aura para-dravyadi chatushtaya donom ki apeksha lagane para eka hi vastu syat-asti aura syat-nasti rupa hoti hai. Donom dharmom ko eka satha kahane ki apeksha se vastu avaktavya hai. Isi prakara apane-apane naya ke satha artha ki yojana karane para asti-avaktavya, nasti avaktavya aura asti-nasti avaktavya hai. |