Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 2004662 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Translated Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Section : | ३७. अनेकान्तसूत्र | Translated Section : | ३७. अनेकान्तसूत्र |
Sutra Number : | 662 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | सन्मतितर्क 1/12 | ||
Mool Sutra : | द्रव्यं पर्यववियुतं, द्रव्यवियुक्ताश्च पर्यवाः न सन्ति। उत्पादस्थितिभङ्गाः, हन्त द्रव्यलक्षणमेतत्।।३।। | ||
Sutra Meaning : | पर्याय के बिना द्रव्य नहीं और द्रव्य के बिना पर्याय नहीं। उत्पाद, स्थिति (ध्रुवता) और व्यय (नाश) द्रव्य का लक्षण है। अर्थात् द्रव्य उसे कहते हैं जिसमें प्रति समय उत्पाद आदि तीनों घटित होते रहते हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Dravyam paryavaviyutam, dravyaviyuktashcha paryavah na santi. Utpadasthitibhangah, hanta dravyalakshanametat..3.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Paryaya ke bina dravya nahim aura dravya ke bina paryaya nahim. Utpada, sthiti (dhruvata) aura vyaya (nasha) dravya ka lakshana hai. Arthat dravya use kahate haim jisamem prati samaya utpada adi tinom ghatita hote rahate haim. |