Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004015 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Translated Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Section : | १. मङ्गलसूत्र | Translated Section : | १. मङ्गलसूत्र |
Sutra Number : | 15 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | आवश्यकसूत्र, चतुर्विंशतिस्तव | ||
Mool Sutra : | कुन्थुं च जिनवरेन्द्रम्, अरं च मल्लिं च सुव्रतं च नमिम्। वन्दे अरिष्टनेमिं, तथा पार्श्वं वर्धमानं च।।१५।। | ||
Sutra Meaning : | मैं १७. कुन्थु, १८. अर, १९. मल्लि, २०. मुनिसुव्रत, २१. नमि, २२. अरिष्टनेमि, २३. पार्श्व तथा २४. वर्धमान को वन्दन करता हूँ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Kunthum cha jinavarendram, aram cha mallim cha suvratam cha namim. Vande arishtanemim, tatha parshvam vardhamanam cha..15.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Maim 17. Kunthu, 18. Ara, 19. Malli, 20. Munisuvrata, 21. Nami, 22. Arishtanemi, 23. Parshva tatha 24. Vardhamana ko vandana karata hum. |