Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2000622 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Prakrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
तृतीय खण्ड - तत्त्व-दर्शन |
Translated Chapter : |
तृतीय खण्ड - तत्त्व-दर्शन |
Section : | ३४. तत्त्वसूत्र | Translated Section : | ३४. तत्त्वसूत्र |
Sutra Number : | 622 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | विशेषावश्यकभाष्य 3141 | ||
Mool Sutra : | लाउअ एरण्डफले, अग्गीधूमे उसू धणुविमुक्के। गइ पुव्वपओगेणं, एवं सिद्धाण वि गती तु।।३५।। | ||
Sutra Meaning : | जैसे मिट्टी से लिप्त तुम्बी जल में डूब जाती है और मिट्टी का लेप दूर होते ही ऊपर तैरने लग जाती है अथवा जैसे एरण्ड का फल धूप से सूखने पर फटता है तो उसके बीज ऊपर को ही जाते हैं अथवा जैसे अग्नि या धूम की गति स्वभावतः ऊपर की ओर होती है अथवा जैसे धनुष से छूटा हुआ बाण पूर्व-प्रयोग से गतिमान् होता है, वैसे ही सिद्ध जीवों की गति भी स्वभावतः ऊपर की ओर होती है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Laua erandaphale, aggidhume usu dhanuvimukke. Gai puvvapaogenam, evam siddhana vi gati tu..35.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Jaise mitti se lipta tumbi jala mem duba jati hai aura mitti ka lepa dura hote hi upara tairane laga jati hai athava jaise eranda ka phala dhupa se sukhane para phatata hai to usake bija upara ko hi jate haim athava jaise agni ya dhuma ki gati svabhavatah upara ki ora hoti hai athava jaise dhanusha se chhuta hua bana purva-prayoga se gatiman hota hai, vaise hi siddha jivom ki gati bhi svabhavatah upara ki ora hoti hai. |