Sutra Navigation: Jivajivabhigam ( जीवाभिगम उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006035 | ||
Scripture Name( English ): | Jivajivabhigam | Translated Scripture Name : | जीवाभिगम उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Translated Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप | Translated Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप |
Sutra Number : | 235 | Category : | Upang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] कालोयं णं समुद्दं पुक्खरवरे नामं दीवे वट्टे वलयागारसंठाणसंठिते सव्वतो समंता संपरिक्खित्ताणं चिट्ठति। पुक्खरवरे णं दीवे किं समचक्कवालसंठिते? विसमचक्कवालसंठिते? गोयमा! समचक्क-वालसंठिते, नो विसमचक्कवालसंठिते। पुक्खरवरे णं भंते! दीवे केवतियं चक्कवालविक्खंभेणं? केवतियं परिक्खेवेणं पन्नत्ते? गोयमा! सोलस जोयणसतसहस्साइं चक्कवालविक्खंभेणं, एगा जोयणकोडी बानउति च सय-सहस्साइं अउनानउतिं च सहस्सा अट्ठ य चउनउया परिक्खेवेणं पन्नत्ते। | ||
Sutra Meaning : | गोल और वलयाकार संस्थान से संस्थित पुष्करवर नाम का द्वीप कालोदसमुद्र को सब ओर घेर कर रहा हुआ है। यावत् यह समचक्रवाल संस्थान वाला है। भगवन् ! पुष्करवरद्वीप का चक्रवालविष्कम्भ कितना है और उसकी परिधि कितनी है ? गौतम ! वह सोलह लाख योजन चक्रवालविष्कम्भ वाला है और – उसकी परिधि १९२८९८९४ योजन है। सूत्र – २३५, २३६ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] kaloyam nam samuddam pukkharavare namam dive vatte valayagarasamthanasamthite savvato samamta samparikkhittanam chitthati. Pukkharavare nam dive kim samachakkavalasamthite? Visamachakkavalasamthite? Goyama! Samachakka-valasamthite, no visamachakkavalasamthite. Pukkharavare nam bhamte! Dive kevatiyam chakkavalavikkhambhenam? Kevatiyam parikkhevenam pannatte? Goyama! Solasa joyanasatasahassaim chakkavalavikkhambhenam, ega joyanakodi banauti cha saya-sahassaim aunanautim cha sahassa attha ya chaunauya parikkhevenam pannatte. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Gola aura valayakara samsthana se samsthita pushkaravara nama ka dvipa kalodasamudra ko saba ora ghera kara raha hua hai. Yavat yaha samachakravala samsthana vala hai. Bhagavan ! Pushkaravaradvipa ka chakravalavishkambha kitana hai aura usaki paridhi kitani hai\? Gautama ! Vaha solaha lakha yojana chakravalavishkambha vala hai aura – usaki paridhi 19289894 yojana hai. Sutra – 235, 236 |