Sutra Navigation: Anuttaropapatikdashang ( अनुत्तरोपपातिक दशांगसूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1005305 | ||
Scripture Name( English ): | Anuttaropapatikdashang | Translated Scripture Name : | अनुत्तरोपपातिक दशांगसूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
वर्ग-२ दीर्घसेन, महासेन, लष्टदंत आदि अध्ययन-१ थी १३ |
Translated Chapter : |
वर्ग-२ दीर्घसेन, महासेन, लष्टदंत आदि अध्ययन-१ थी १३ |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 5 | Category : | Ang-09 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] १०. सीहे य ११. सीहसेने य, १२. महासीहसेने य आहिए । १३. पुण्णसेने य बोधव्वे, तेरसमे होइ अज्झयणे ॥ | ||
Sutra Meaning : | सिंह, सिंहसेन, महासिंहसेन और पुण्यसेन कुमार। इस प्रकार द्वितीय वर्ग के तेरह अध्ययन होते हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] 10. Sihe ya 11. Sihasene ya, 12. Mahasihasene ya ahie. 13. Punnasene ya bodhavve, terasame hoi ajjhayane. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Simha, simhasena, mahasimhasena aura punyasena kumara. Isa prakara dvitiya varga ke teraha adhyayana hote haim. |