Sutra Navigation: Bhagavati ( भगवती सूत्र )

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Sr No : 1004262
Scripture Name( English ): Bhagavati Translated Scripture Name : भगवती सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

शतक-१९

Translated Chapter :

शतक-१९

Section : उद्देशक-३ पृथ्वी Translated Section : उद्देशक-३ पृथ्वी
Sutra Number : 762 Category : Ang-05
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] एएसि णं भंते! पुढविकाइयाणं आउ-तेउ-वाउ-वणस्सइकाइयाणं सुहुमाणं बादराणं पज्जत्तगाणं अपज्जत्तगाणं जहण्णुक्कोसियाए ओगाहणाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा? बहुया वा? तुल्ला वा? विसेसाहिया वा? गोयमा! १. सव्वत्थोवा सुहुमनिओयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा २. सुहुमवाउ- क्काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ३. सुहुमतेउकाइयस्स अपज्जत्त-गस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ४. सुहुमआउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ५. सुहुमपुढविक्काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखे-ज्जगुणा ६. बादर-वाउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ७. बादरतेउक्काइ-यस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ८. बादरआउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ९. बादरपुढविकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा १०-११. पत्तेयसरीरबादरवणस्सइकाइयस्स बादरनिओयस्स एएसि णं पज्जत्तगाणं एएसि णं अपज्जत्तगाणं जहन्निया ओगाहणा दोण्ह वि तुल्ला असंखेज्जगुणा १२. सुहुमनिगोयस्स पज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्ज-गुणा १३. तस्सेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया १४. तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया १५. सुहुमवाउकाइयस्स पज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा १६. तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसे-साहिया १७. तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया १८-२०. एवं सुहुमतेउक्काइयस्स वि २१-२३. एवं सुहुमआउक्काइयस्स वि २४-२६ एवं सुहुमपुढविकाइयस्स वि २७-२९. एवं बादर-वाउकाइयस्स वि ३०-३२. एवं बादरतेउकाइयस्स वि ३३-३५. एवं बादरआउकाइयस्स वि ३६-३८. एवं बादरपुढविकाइयस्स वि सव्वेसिं तिविहेणं गमेणं भाणियव्वं, ३९. बादरनिगोयस्स पज्जत्त-गस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ४०. तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ४१. तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ४२. पत्तेयसरीरबादरवणस्सइकाइयस्स पज्जत्तगस्स जहन्निया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ४३. तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ४४. तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा।
Sutra Meaning : भगवन्‌ ! इन सूक्ष्म – बादर, पर्याप्तक – अपर्याप्तक, पृथ्वीकायिक, अप्कायिक, तेजस्कायिक, वायुकायिक और वनस्पतिकायिक जीवों की जघन्य और उत्कृष्ट अवगाहनाओं में से किसकी अवगाहना किसकी अवगाहना से अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक होती है ? गौतम ! सबसे अल्प, अपर्याप्तक सूक्ष्मनिगोद की जघन्य अव – गाहना है। उससे असंख्यगुणी है – अपर्याप्त सूक्ष्म वायुकायिक की जघन्य अवगाहना। उससे अपर्याप्त सूक्ष्म अग्नि कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यगुणी है। उससे अपर्याप्त सूक्ष्म अप्कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्य गुणी है। उससे अपर्याप्त सूक्ष्म पृथ्वीकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यगुणी है। उससे अपर्याप्त बादर वायु – कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यगुणी है। उससे अपर्याप्त बादर अग्निकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यगुणी है। उससे अपर्याप्तक बादर अप्कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। उससे अपर्याप्त बादर पृथ्वीकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। उससे अपर्याप्त प्रत्येकशरीरी बादर वनस्पतिकायिक की और बादर निगोद की जघन्य अवगाहना दोनों की परस्पर तुल्य और असंख्यातगुणी है। उससे पर्याप्त सूक्ष्म निगोद की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। उससे अपर्याप्त सूक्ष्मनिगोद की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है। उससे पर्याप्तक सूक्ष्म निगोद की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है। उससे पर्याप्तक सूक्ष्मवायुकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। उससे अपर्याप्तक सूक्ष्म वायुकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है। उससे पर्याप्तक सूक्ष्म वायुकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त सूक्ष्म अग्निकायिक की जघन्य, अपर्याप्त सूक्ष्म अग्निकायिक की उत्कृष्ट तथा पर्याप्त सूक्ष्म अग्निकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी एवं विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त सूक्ष्म अप्कायिक की जघन्य, अपर्याप्त सूक्ष्म अप्कायिक की उत्कृष्ट तथा पर्याप्त सूक्ष्म अप्कायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी एवं विशेषाधिक है। इसी प्रकार से उससे पर्याप्त सूक्ष्म पृथ्वी – कायिक की जघन्य, उससे अपर्याप्तसूक्ष्म पृथ्वीकायिक की उत्कृष्ट तथा उससे पर्याप्त सूक्ष्म पृथ्वीकायिक की जघन्य, उससे अपर्याप्तसूक्ष्म पृथ्वीकायिक की उत्कृष्ट तथा उससे पर्याप्त सूक्ष्म पृथ्वीकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यगुणी तथा विशेषाधिक होती है। उससे पर्याप्त बादर वायुकायिक की जघन्य, अपर्याप्त बादर वायुकायिक की उत्कृष्ट एवं पर्याप्त बादर वायुकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी तथा विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त बादर अग्निकायिक की जघन्य, अपर्याप्त बादर अग्निकायिक की उत्कृष्ट एवं पर्याप्त बादर अग्नि – कायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी एवं विशेषाधिक है। इसी प्रकार उससे पर्याप्त बादर अप्कायिक की जघन्य, अपर्याप्त बादर अप्कायिक की उत्कृष्ट एवं पर्याप्त बादर अप्कायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी एवं विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त बादर पृथ्वीकायिक की जघन्य, अपर्याप्त बादरपृथ्वीकायिक की उत्कृष्ट तथा पर्याप्त बादर पृथ्वीकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी तथा विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त बादर निगोद की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। अपर्याप्त बादर निगोद की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है, और पर्याप्त बादर निगोद की उत्कृष्ट अवगाहना विशेषाधिक है। उससे पर्याप्त प्रत्येकशरीरी बादर वनस्पतिकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है। उससे अपर्याप्त प्रत्येकशरीरी बादर वनस्पतिकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी है और उससे पर्याप्त प्रत्येकशरीरी बादर वनस्पतिकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना असंख्यातगुणी है।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] eesi nam bhamte! Pudhavikaiyanam au-teu-vau-vanassaikaiyanam suhumanam badaranam pajjattaganam apajjattaganam jahannukkosiyae ogahanae kayare kayarehimto appa va? Bahuya va? Tulla va? Visesahiya va? Goyama! 1. Savvatthova suhumanioyassa apajjattagassa jahanniya ogahana 2. Suhumavau- kkaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 3. Suhumateukaiyassa apajjatta-gassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 4. Suhumaaukaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 5. Suhumapudhavikkaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhe-jjaguna 6. Badara-vaukaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 7. Badarateukkai-yassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 8. Badaraaukaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 9. Badarapudhavikaiyassa apajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 10-11. Patteyasarirabadaravanassaikaiyassa badaranioyassa eesi nam pajjattaganam eesi nam apajjattaganam jahanniya ogahana donha vi tulla asamkhejjaguna 12. Suhumanigoyassa pajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejja-guna 13. Tasseva apajjattagassa ukkosiya ogahana visesahiya 14. Tassa cheva pajjattagassa ukkosiya ogahana visesahiya 15. Suhumavaukaiyassa pajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 16. Tassa cheva apajjattagassa ukkosiya ogahana vise-sahiya 17. Tassa cheva pajjattagassa ukkosiya ogahana visesahiya 18-20. Evam suhumateukkaiyassa vi 21-23. Evam suhumaaukkaiyassa vi 24-26 evam suhumapudhavikaiyassa vi 27-29. Evam badara-vaukaiyassa vi 30-32. Evam badarateukaiyassa vi 33-35. Evam badaraaukaiyassa vi 36-38. Evam badarapudhavikaiyassa vi savvesim tivihenam gamenam bhaniyavvam, 39. Badaranigoyassa pajjatta-gassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 40. Tassa cheva apajjattagassa ukkosiya ogahana visesahiya 41. Tassa cheva pajjattagassa ukkosiya ogahana visesahiya 42. Patteyasarirabadaravanassaikaiyassa pajjattagassa jahanniya ogahana asamkhejjaguna 43. Tassa cheva apajjattagassa ukkosiya ogahana asamkhejjaguna 44. Tassa cheva pajjattagassa ukkosiya ogahana asamkhejjaguna.
Sutra Meaning Transliteration : Bhagavan ! Ina sukshma – badara, paryaptaka – aparyaptaka, prithvikayika, apkayika, tejaskayika, vayukayika aura vanaspatikayika jivom ki jaghanya aura utkrishta avagahanaom mem se kisaki avagahana kisaki avagahana se alpa, bahuta, tulya athava visheshadhika hoti hai\? Gautama ! Sabase alpa, aparyaptaka sukshmanigoda ki jaghanya ava – gahana hai. Usase asamkhyaguni hai – aparyapta sukshma vayukayika ki jaghanya avagahana. Usase aparyapta sukshma agni kayika ki jaghanya avagahana asamkhyaguni hai. Usase aparyapta sukshma apkayika ki jaghanya avagahana asamkhya guni hai. Usase aparyapta sukshma prithvikayika ki jaghanya avagahana asamkhyaguni hai. Usase aparyapta badara vayu – kayika ki jaghanya avagahana asamkhyaguni hai. Usase aparyapta badara agnikayika ki jaghanya avagahana asamkhyaguni hai. Usase aparyaptaka badara apkayika ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Usase aparyapta badara prithvikayika ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Usase aparyapta pratyekashariri badara vanaspatikayika ki aura badara nigoda ki jaghanya avagahana donom ki paraspara tulya aura asamkhyataguni hai. Usase paryapta sukshma nigoda ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Usase aparyapta sukshmanigoda ki utkrishta avagahana visheshadhika hai. Usase paryaptaka sukshma nigoda ki utkrishta avagahana visheshadhika hai. Usase paryaptaka sukshmavayukayika ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Usase aparyaptaka sukshma vayukayika ki utkrishta avagahana visheshadhika hai. Usase paryaptaka sukshma vayukayika ki utkrishta avagahana visheshadhika hai. Usase paryapta sukshma agnikayika ki jaghanya, aparyapta sukshma agnikayika ki utkrishta tatha paryapta sukshma agnikayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni evam visheshadhika hai. Usase paryapta sukshma apkayika ki jaghanya, aparyapta sukshma apkayika ki utkrishta tatha paryapta sukshma apkayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni evam visheshadhika hai. Isi prakara se usase paryapta sukshma prithvi – kayika ki jaghanya, usase aparyaptasukshma prithvikayika ki utkrishta tatha usase paryapta sukshma prithvikayika ki jaghanya, usase aparyaptasukshma prithvikayika ki utkrishta tatha usase paryapta sukshma prithvikayika ki utkrishta avagahana asamkhyaguni tatha visheshadhika hoti hai. Usase paryapta badara vayukayika ki jaghanya, aparyapta badara vayukayika ki utkrishta evam paryapta badara vayukayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni tatha visheshadhika hai. Usase paryapta badara agnikayika ki jaghanya, aparyapta badara agnikayika ki utkrishta evam paryapta badara agni – kayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni evam visheshadhika hai. Isi prakara usase paryapta badara apkayika ki jaghanya, aparyapta badara apkayika ki utkrishta evam paryapta badara apkayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni evam visheshadhika hai. Usase paryapta badara prithvikayika ki jaghanya, aparyapta badaraprithvikayika ki utkrishta tatha paryapta badara prithvikayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni tatha visheshadhika hai. Usase paryapta badara nigoda ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Aparyapta badara nigoda ki utkrishta avagahana visheshadhika hai, aura paryapta badara nigoda ki utkrishta avagahana visheshadhika hai. Usase paryapta pratyekashariri badara vanaspatikayika ki jaghanya avagahana asamkhyataguni hai. Usase aparyapta pratyekashariri badara vanaspatikayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni hai aura usase paryapta pratyekashariri badara vanaspatikayika ki utkrishta avagahana asamkhyataguni hai.