Sutra Navigation: Bhagavati ( भगवती सूत्र )

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Sr No : 1003849
Scripture Name( English ): Bhagavati Translated Scripture Name : भगवती सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

शतक-७

Translated Chapter :

शतक-७

Section : उद्देशक-३ स्थावर Translated Section : उद्देशक-३ स्थावर
Sutra Number : 349 Category : Ang-05
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] से नूनं भंते! जा वेदना सा निज्जरा? जा निज्जरा सा वेदना? गोयमा! नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइजा वेदना सा निज्जरा? जा निज्जरा सा वेदना? गोयमा! कम्मं वेदना, नोकम्मं निज्जरा से तेणट्ठेणं गोयमा! एवं वुच्चइजा वेदना सा निज्जरा, सा निज्जरा सा वेदना नेरइया णं भंते! जा वेदना सा निज्जरा? जा निज्जरा सा वेदना? गोयमा! नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइनेरइयाणं जा वेदना सा निज्जरा? जा निज्जरा सा वेदना? गोयमा! नेरइयाणं कम्मं वेदना, नोकम्मं निज्जरा से तेणट्ठेणं गोयमा! एवं वुच्चइनेरइयाणं जा वेदना सा निज्जरा, जा निज्जरा सा वेदना एवं जाव वेमाणियाणं से नूनं भंते! जं वेदेंसु तं निज्जरेंसु? जं निज्जरेंसु तं वेदेंसु? नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइजं वेदेंसु नो तं निज्जरेंसु? जं निज्जरेंसु नो तं वेदेंसु? गोयमा! कम्म वेदेंसु, नोकम्मं निज्जरेंसु से तेणट्ठेणं गोयमा! जाव नो तं वेदेंसु एवं नेरइया वि, एवं जाव वेमाणिया से नूनं भंते! जं वेदेंति तं निज्जरेंति? जं निज्जरेंति तं वेदेंति? गोयमा! नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइजाव नो तं वेदेंति? गोयमा! कम्मं वेदेंति, नोकम्मं निज्जरेंति से तेणट्ठेणं गोयमा! जाव नो तं वेदेंति एवं नेरइया वि जाव वेमाणिया से नूनं भंते! जं वेदिस्संति तं निज्जरिस्संति? जं निज्जरिस्संति तं वेदिस्संति? गोयमा! नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं जाव नो तं वेदिस्संति? गोयमा! कम्मं वेदिस्संति, नोकम्मं निज्जरिस्संति से तेणट्ठेणं जाव नो तं निज्जरिस्संति एवं नेरइया वि जाव वेमाणिया से नूनं भंते! जे वेदनासमए से निज्जरासमए? जे निज्जरासमए से वेदनासमए? नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइजे वेदनासमए से निज्जरासमए? जे निज्जरासमए से वेदनासमए? गोयमा! जं समयं वेदेंति नो तं समयं निज्जरेंति, जं समयं निज्जरेंति नो तं समयं वेदेंतिअन्नम्मि समए वेदेंति, अन्नम्मि समए निज्जरेंति अन्ने से वेदनासमए, अन्ने से निज्जरासमए से तेणट्ठेणं जाव से वेदनासमए, से निज्जरासमए नेरइया णं भंते! जे वेदनासमए से निज्जरासमए? जे निज्जरासमए से वेदनासमए? गोयमा! नो इणट्ठे समट्ठे से केणट्ठेणं भंते! एवं वुच्चइनेरइया णं जे वेदनासमए से निज्जरासमए? जे निज्जरासमए से वेदनासमए? गोयमा! नेरइया णं जं समयं वेदेंति नो तं समयं निज्जरेंति, जं समयं निज्जरेंति नो तं समयं वेदेंतिअन्नम्मि समए वेदेंति, अन्नम्मि समए निज्जरेंति अन्ने से वेदनासमए, अन्ने से निज्जरासमए से तेणट्ठेणं जाव से वेदनासमए एवं जाव वेमाणियाणं
Sutra Meaning : भगवन्‌ ! क्या वास्तव में जो वेदना है, वह निर्जरा कही जा सकती है ? और जो निर्जरा है, वह वेदना कही जा सकती है ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! ऐसा किस कारण से कहा जाता है कि जो वेदना है, वह निर्जरा नहीं कही जा सकती और जो निर्जरा है, वह वेदना नहीं कही जा सकती ? गौतम ! वेदना कर्म है और निर्जरा नोकर्म है इस कारण से ऐसा कहा जाता है भगवन्‌ ! क्या नैरयिकों की जो वेदना है, उसे निर्जरा कहा जा सकता है, और जो निर्जरा है, उसे वेदना कहा जा सकता है ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! ऐसा आप किस कारण से कहते हैं कि नैरयिकों की जो वेदना है, उसे निर्जरा नहीं कहा जा सकता और जो निर्जरा है, उसे वेदना नहीं कहा जा सकता ? गौतम ! नैरयिकों की जो वेदना है, वह कर्म है और जो निर्जरा है, वह नोकर्म है इस कारण से हे गौतम ! मैं ऐसा कहता हूँ इसी प्रकार यावत्‌ वैमानिक पर्यन्त कहना चाहिए भगवन्‌ ! जिन कर्मों का वेदन कर (भोग) लिया, क्या उनको निर्जीर्ण कर लिया और जिन कर्मों को निर्जीर्ण कर लिया, क्या उनका वेदन कर लिया ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! किस कारण से आप ऐसा कहते हैं कि जिन कर्मों का वेदन कर लिया, उनको निर्जीर्ण नहीं किया और जिन कर्मों को निर्जीर्ण कर लिया, उनका वेदन नहीं किया ? गौतम ! वेदन किया गया कर्मों का, किन्तु निर्जीर्ण किया गया है नोकर्मों को, इस कारण से हे गौतम ! मैंने ऐसा कहा भगवन्‌ ! नैरयिक जीवों ने जिस कर्म का वेदन कर लिया, क्या उसे निर्जीर्ण कर लिया ? पहले कहे अनुसार नैरयिकों के विषय में भी जान लेना इसी प्रकार वैमानिकों पर्यन्त चौबीस ही दण्डक में कथन करना भगवन्‌ ! क्या वास्तव में जिस कर्म को वेदते हैं, उसकी निर्जरा करते हैं और जिसकी निर्जरा करते हैं, उसको वेदते हैं ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! यह आप किस कारण से कहते हैं कि जिसको वेदते हैं, उसकी निर्जरा नहीं करते और जिसकी निर्जरा करते हैं, उसको वेदते नहीं हैं ? गौतम ! कर्म को वेदते हैं और नोकर्म को निर्जीर्ण करते हैं इस कारण से हे गौतम ! मैं ऐसा कहता हूँ इसी तरह नैरयिकों के विषय में जानना वैमानिकों पर्यन्त चौबीस ही दण्डकों में इसी तरह कहना भगवन्‌ ! क्या वास्तव में कर्म का वेदन करेंगे, उसकी निर्जरा करेंगे, और जिस कर्म की निर्जरा करेंगे, उसका वेदन करेंगे ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! ऐसा किस कारण से कहते हैं कि यावत्‌ उसका वेदन नहीं करेंगे ? गौतम ! कर्म का वेदन करेंगे, नोकर्म की निर्जरा करेंगे इस कारण से, हे गौतम ! ऐसा कहा जाता है इसी तरह नैरयिकों के विषय में जान लेना वैमानिक पर्यन्त इसी तरह कहना चाहिए भगवन्‌ ! जो वेदना का समय है, क्या वही निर्जरा का समय है और जो निर्जरा का समय है, वही वेदना का समय है ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! ऐसा आप किस कारण से कहते हैं ? गौतम ! जिस समय में वेदते हैं, उस समय निर्जरा नहीं करते और जिस समय निर्जरा करते हैं, उस समय वेदन नहीं करते अन्य समय में वेदन करते हैं और अन्य समय में निर्जरा करते हैं वेदना का समय दूसरा है और निर्जरा का समय दूसरा है इसी कारण हे गौतम ! मैं कहता हूँ कि यावत्‌ निर्जरा का जो समय है, वह वेदना का समय नहीं है भगवन्‌ ! क्या नैरयिक जीवों का जो वेदना का समय है, वह निर्जरा का समय है और जो निर्जरा का समय है, वह वेदना का समय है ? गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है भगवन्‌ ! ऐसा आप किस कारण से कहते हैं ? गौतम! नैरयिक जीव जिस समय में वेदन करते हैं, उस समय में निर्जरा नहीं करते और जिस समय में निर्जरा करते हैं, उस समय में वेदन नहीं करते अन्य समय में वे वेदन करते हैं और अन्य समय में निर्जरा करते हैं उनके वेदना का समय दूसरा है और निर्जरा का समय दूसरा है इस कारण से मैं ऐसा कहता हूँ कि यावत्‌ जो निर्जरा का समय है, वह वेदना का समय नहीं है इसी प्रकार वैमानिकों पर्यन्त कहना
Mool Sutra Transliteration : [sutra] se nunam bhamte! Ja vedana sa nijjara? Ja nijjara sa vedana? Goyama! No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaija vedana na sa nijjara? Ja nijjara na sa vedana? Goyama! Kammam vedana, nokammam nijjara. Se tenatthenam goyama! Evam vuchchaija vedana na sa nijjara, sa nijjara na sa vedana. Neraiya nam bhamte! Ja vedana sa nijjara? Ja nijjara sa vedana? Goyama! No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaineraiyanam ja vedana na sa nijjara? Ja nijjara na sa vedana? Goyama! Neraiyanam kammam vedana, nokammam nijjara. Se tenatthenam goyama! Evam vuchchaineraiyanam ja vedana na sa nijjara, ja nijjara na sa vedana. Evam java vemaniyanam. Se nunam bhamte! Jam vedemsu tam nijjaremsu? Jam nijjaremsu tam vedemsu? No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaijam vedemsu no tam nijjaremsu? Jam nijjaremsu no tam vedemsu? Goyama! Kamma vedemsu, nokammam nijjaremsu. Se tenatthenam goyama! Java no tam vedemsu. Evam neraiya vi, evam java vemaniya. Se nunam bhamte! Jam vedemti tam nijjaremti? Jam nijjaremti tam vedemti? Goyama! No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaijava no tam vedemti? Goyama! Kammam vedemti, nokammam nijjaremti. Se tenatthenam goyama! Java no tam vedemti. Evam neraiya vi java vemaniya. Se nunam bhamte! Jam vedissamti tam nijjarissamti? Jam nijjarissamti tam vedissamti? Goyama! No inatthe samatthe. Se kenatthenam java no tam vedissamti? Goyama! Kammam vedissamti, nokammam nijjarissamti. Se tenatthenam java no tam nijjarissamti. Evam neraiya vi java vemaniya. Se nunam bhamte! Je vedanasamae se nijjarasamae? Je nijjarasamae se vedanasamae? No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaije vedanasamae na se nijjarasamae? Je nijjarasamae na se vedanasamae? Goyama! Jam samayam vedemti no tam samayam nijjaremti, jam samayam nijjaremti no tam samayam vedemtiannammi samae vedemti, annammi samae nijjaremti. Anne se vedanasamae, anne se nijjarasamae. Se tenatthenam java na se vedanasamae, na se nijjarasamae. Neraiya nam bhamte! Je vedanasamae se nijjarasamae? Je nijjarasamae se vedanasamae? Goyama! No inatthe samatthe. Se kenatthenam bhamte! Evam vuchchaineraiya nam je vedanasamae na se nijjarasamae? Je nijjarasamae na se vedanasamae? Goyama! Neraiya nam jam samayam vedemti no tam samayam nijjaremti, jam samayam nijjaremti no tam samayam vedemtiannammi samae vedemti, annammi samae nijjaremti. Anne se vedanasamae, anne se nijjarasamae. Se tenatthenam java na se vedanasamae. Evam java vemaniyanam.
Sutra Meaning Transliteration : Bhagavan ! Kya vastava mem jo vedana hai, vaha nirjara kahi ja sakati hai\? Aura jo nirjara hai, vaha vedana kahi ja sakati hai\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Aisa kisa karana se kaha jata hai ki jo vedana hai, vaha nirjara nahim kahi ja sakati aura jo nirjara hai, vaha vedana nahim kahi ja sakati\? Gautama ! Vedana karma hai aura nirjara nokarma hai. Isa karana se aisa kaha jata hai. Bhagavan ! Kya nairayikom ki jo vedana hai, use nirjara kaha ja sakata hai, aura jo nirjara hai, use vedana kaha ja sakata hai\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Aisa apa kisa karana se kahate haim ki nairayikom ki jo vedana hai, use nirjara nahim kaha ja sakata aura jo nirjara hai, use vedana nahim kaha ja sakata\? Gautama ! Nairayikom ki jo vedana hai, vaha karma hai aura jo nirjara hai, vaha nokarma hai. Isa karana se he gautama ! Maim aisa kahata hum. Isi prakara yavat vaimanika paryanta kahana chahie. Bhagavan ! Jina karmom ka vedana kara (bhoga) liya, kya unako nirjirna kara liya aura jina karmom ko nirjirna kara liya, kya unaka vedana kara liya\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Kisa karana se apa aisa kahate haim ki jina karmom ka vedana kara liya, unako nirjirna nahim kiya aura jina karmom ko nirjirna kara liya, unaka vedana nahim kiya\? Gautama ! Vedana kiya gaya karmom ka, kintu nirjirna kiya gaya hai nokarmom ko, isa karana se he gautama ! Maimne aisa kaha. Bhagavan ! Nairayika jivom ne jisa karma ka vedana kara liya, kya use nirjirna kara liya\? Pahale kahe anusara nairayikom ke vishaya mem bhi jana lena. Isi prakara vaimanikom paryanta chaubisa hi dandaka mem kathana karana. Bhagavan ! Kya vastava mem jisa karma ko vedate haim, usaki nirjara karate haim aura jisaki nirjara karate haim, usako vedate haim\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Yaha apa kisa karana se kahate haim ki jisako vedate haim, usaki nirjara nahim karate aura jisaki nirjara karate haim, usako vedate nahim haim\? Gautama ! Karma ko vedate haim aura nokarma ko nirjirna karate haim. Isa karana se he gautama ! Maim aisa kahata hum. Isi taraha nairayikom ke vishaya mem janana. Vaimanikom paryanta chaubisa hi dandakom mem isi taraha kahana. Bhagavan ! Kya vastava mem karma ka vedana karemge, usaki nirjara karemge, aura jisa karma ki nirjara karemge, usaka vedana karemge\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Aisa kisa karana se kahate haim ki yavat usaka vedana nahim karemge\? Gautama ! Karma ka vedana karemge, nokarma ki nirjara karemge. Isa karana se, he gautama ! Aisa kaha jata hai. Isi taraha nairayikom ke vishaya mem jana lena. Vaimanika paryanta isi taraha kahana chahie. Bhagavan ! Jo vedana ka samaya hai, kya vahi nirjara ka samaya hai aura jo nirjara ka samaya hai, vahi vedana ka samaya hai\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Aisa apa kisa karana se kahate haim\? Gautama ! Jisa samaya mem vedate haim, usa samaya nirjara nahim karate aura jisa samaya nirjara karate haim, usa samaya vedana nahim karate. Anya samaya mem vedana karate haim aura anya samaya mem nirjara karate haim. Vedana ka samaya dusara hai aura nirjara ka samaya dusara hai. Isi karana he gautama ! Maim kahata hum ki yavat nirjara ka jo samaya hai, vaha vedana ka samaya nahim hai. Bhagavan ! Kya nairayika jivom ka jo vedana ka samaya hai, vaha nirjara ka samaya hai aura jo nirjara ka samaya hai, vaha vedana ka samaya hai\? Gautama ! Yaha artha samartha nahim hai. Bhagavan ! Aisa apa kisa karana se kahate haim\? Gautama! Nairayika jiva jisa samaya mem vedana karate haim, usa samaya mem nirjara nahim karate aura jisa samaya mem nirjara karate haim, usa samaya mem vedana nahim karate. Anya samaya mem ve vedana karate haim aura anya samaya mem nirjara karate haim. Unake vedana ka samaya dusara hai aura nirjara ka samaya dusara hai. Isa karana se maim aisa kahata hum ki yavat jo nirjara ka samaya hai, vaha vedana ka samaya nahim hai. Isi prakara vaimanikom paryanta kahana.