Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000094 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा | Translated Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा |
Sutra Number : | 94 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] कामा दुरतिक्कमा। जीवियं दुप्पडिवूहणं। कामकामी खलु अयं पुरिसे। से सोयति जूरति तिप्पति पिड्डति परितप्पति। | ||
Sutra Meaning : | ये काम दुर्लघ्य है। जीवन बढ़ाया नहीं जा सकता, यह पुरुष कामभोग की कामना रखता है (किन्तु यह परितृप्त नहीं होती, इसलिए) वह शोक करता है फिर वह शरीर से सूख जाता है, आँसू बहाता है, पीड़ा और परिताप से दुःखी होता रहता है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] kama duratikkama. Jiviyam duppadivuhanam. Kamakami khalu ayam purise. Se soyati jurati tippati piddati paritappati. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ye kama durlaghya hai. Jivana barhaya nahim ja sakata, yaha purusha kamabhoga ki kamana rakhata hai (kintu yaha paritripta nahim hoti, isalie) vaha shoka karata hai phira vaha sharira se sukha jata hai, amsu bahata hai, pira aura paritapa se duhkhi hota rahata hai. |