Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000049 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-६ त्रसकाय | Translated Section : | उद्देशक-६ त्रसकाय |
Sutra Number : | 49 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] से बेमि–संतिमे तसा पाणा, तं जहा–अंडया पोयया जराउया रसया संसेयया संमुच्छिमा उब्भिया ओव-वाइया। एस संसारेत्ति पवुच्चति। | ||
Sutra Meaning : | मैं कहता हूँ – ये सब त्रस प्राणी हैं, जैसे – अंडज, पोतज, जरायुज, रसज, संस्वेदज, सम्मूर्च्छिम, उद्भिज्ज और औपपातिक। यह संसार कहा जाता है। मंद तथा अज्ञानी जीव को यह संसार होता है। मैं चिन्तन कर, सम्यक् प्रकार देखकर कहता हूँ – प्रत्येक प्राणी परिनिर्वाण चाहता है। सूत्र – ४९, ५० | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] se bemi–samtime tasa pana, tam jaha–amdaya poyaya jarauya rasaya samseyaya sammuchchhima ubbhiya ova-vaiya. Esa samsaretti pavuchchati. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Maim kahata hum – ye saba trasa prani haim, jaise – amdaja, potaja, jarayuja, rasaja, samsvedaja, sammurchchhima, udbhijja aura aupapatika. Yaha samsara kaha jata hai. Mamda tatha ajnyani jiva ko yaha samsara hota hai. Maim chintana kara, samyak prakara dekhakara kahata hum – pratyeka prani parinirvana chahata hai. Sutra – 49, 50 |