Sutra Navigation: Anuyogdwar ( अनुयोगद्वारासूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1024163 | ||
Scripture Name( English ): | Anuyogdwar | Translated Scripture Name : | अनुयोगद्वारासूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
अनुयोगद्वारासूत्र |
Translated Chapter : |
अनुयोगद्वारासूत्र |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 163 | Category : | Chulika-02 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] उक्कावाया दिसादाहा गज्जियं विज्जू निग्घाया जूवया जक्खालित्ता धूमिया महिया रयुग्घाओ चंदोवरागा सूरोवरागा चंदपरिवेसा सूरपरिवेसा पडिचंदा पडिसूरा इंदधणू उदगमच्छा कविहसिया अमोहा वासा वासधरा गामा नगरा घरा पव्वता पायाला भवणा निरया रयणप्पभा सक्करप्पभा वालुयप्पभा पंकप्पभा धूमप्पभा तमा तमतमा सोहम्मे ईसाणे सणंकुमारे माहिंदे बंभलोए लंतए महासुक्के सहस्सारे आणए पाणए आरणे अच्चुए गेवेज्जे अनुत्तरे ईसिप्पब्भारा परमाणुपोग्गले दुपएसिए जाव अनंतपएसिए। से तं साइपारिणामिए। से किं तं अनाइ-पारिणामिए? अनाइ-पारिणामिए–धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए आगास-त्थिकाए जीवत्थिकाए पोग्गलत्थिकाए अद्धासमए लोए अलोए भवसिद्धिया अभवसिद्धिया। से तं अनाइ-पारिणामिए। से तं पारिणामिए। से किं तं सन्निवाइए? सन्निवाइए– एएसिं चेव उदइय-उवसमिय-खइय-खओवसमिय-पारिणामियाणं भावाणं दुग संजोएणं तिगसंजोएणं चउक्कसंजोएणं पंचगसंजोएणं जे निप्पज्जइ सव्वे से सन्निवाइए नामे। तत्थ णं दस दुगसंजोगा, दस तिगसंजोगा, पंच चउक्कसंजोगा, एगे पंचकसंजोगे। तत्थ णं जेते दस दुगसंजोगा ते णं इमे–१. अत्थि नामे उदइए उवसमनिप्फन्ने २. अत्थि नामे उदइए खयनिप्फन्ने ३. अत्थि नामे उदइए खओवसमनिप्फन्ने ४. अत्थि नामे उदइए पारिणामिय-निप्फन्ने ५. अत्थि नामे उवसमिए खयनि-प्फन्ने ६. अत्थि नामे उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने ७. अत्थि नामे उवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने ८. अत्थि नामे खइए खओ-वसमनिप्फन्ने ९. अत्थि नामे खइए पारिणामिय निप्फन्ने १०. अत्थि नामे खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। १. कयरे से नामे उदइए उवसमनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया, एस णं से नामे उदइए उवसमनिप्फन्ने। २. कयरे से नामे उदइए खयनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए खयनिप्फन्ने। ३. कयरे से नामे उदइए खओवसमनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उदइए खओव-समनिप्फन्ने। ४. कयरे से नामे उदइए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए पारिणामिय-निप्फन्ने। ५. कयरे से नामे उवसमिए खयनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उवसमिए खयनिप्फन्ने। ६. कयरे से नामे उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने। ७. कयरे से नामे उवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए पारिणा-मियनिप्फन्ने। ८. कयरे से नामे खइए खओवसमनिप्फन्ने? खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे खइए खओवसमनि-प्फन्ने। ९. कयरे से नामे खइए पारिणामियनिप्फन्ने? खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे खइए पारिणामियनिप्फन्ने। १०. कयरे से नामे खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। तत्थ णं जेते दस तिगसंजोगा ते णं इमे– १. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खयनिप्फन्ने २. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने ३. अत्थि नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने ४. अत्थि नामे उदइए खइए खओवसमनि-प्फन्ने ५. अत्थि नामे उदइए खइए पारिणामियनिप्फन्ने ६. अत्थि नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने ७. अत्थि नामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्फन्ने ८. अत्थि नामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फन्ने ९. अत्थि नामे उवसमिए खओ-वसमिए पारिणामियनिप्फन्ने १०. अत्थि नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। १. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खयनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खयनिप्फन्ने। २. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्फन्ने। ३. कयरे से नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। ४. कयरे से नामे उदइए खइए खओवसमनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उदइए खइए खओवसमनिप्फन्ने। ५. कयरे से नामे उदइए खइए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खइए पारिणामियनिप्फन्ने। ६. कयरे से नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे एस णं से नामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। ७. कयरे से नामे उवसमिए खइए खओवसमियनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्फन्ने। ८. कयरे से नामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फन्ने। ९. कयरे से नामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। १०. कयरे से नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। तत्थ णं जेते पंच चउक्कसंजोगा ते णं इमे–१. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिप्फन्ने २. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फन्ने ३. अत्थि नामे उदइए उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने ४. अत्थि नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामिय निप्फन्ने ५. अत्थि नामे उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। १. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमनिप्फन्ने। २. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खइए पारिणामिय निप्फन्ने। ३. कयरे से नामे उदइए उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। ४. कयरे से नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। ५. कयरे से नामे उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। तत्थ णं जेसे एक्के पंचगसंजोए से णं इमे–अत्थि नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। कयरे से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने? उदइए त्ति मनुस्से उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए उवसमिए खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्फन्ने। से तं सन्निवाइए। से तं छनामे। | ||
Sutra Meaning : | उल्कापात, दिग्दाह, मेघगर्जना, विद्युत, निर्घात्, यूपक, यक्षादिप्त, धूमिका, महिका, रजोद्घात, चन्द्रग्रहण, सूर्यग्रहण, चन्द्रपरिवेष, सूर्यपरिवेष, प्रतिचन्द्र, प्रतिसूर्य, इन्द्रधनुष, उदकमत्स्य, कपिहसित, अमोघ, वर्ष, वर्षधर पर्वत, ग्राम, नगर, घर, पर्वत, पातालकलश, भवन, नरक, रत्नप्रभा, शर्कराप्रभा, बालुकाप्रभा, पंकप्रभा, धूमप्रभा, तमःप्रभा, तमस्तमःप्रभा, सौधर्म, ईशान, यावत् आनत, प्राणत, आरण, अच्युत, ग्रैवेयक, अनुत्तरोपपातिक देवविमान, ईषत्प्राग्भारा पृथ्वी, परमाणुपुद्गल, द्विप्रदेशिक स्कन्ध से लेकर अनन्त प्रदेशिक स्कन्ध आसादिपारिणामिकभाव रूप हैं। अनादिपारिणामिकभाव क्या है ? धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, जीवा – स्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय, अद्धासमय, लोक, अलोक, भवसिद्धिक, अभवसिद्धिक, ये अनादि पारिणामिक हैं। सान्निपातिकभाव क्या है ? औदयिक, औपशमिक, क्षायिक, क्षायोपशमिक और पारिणामिक, इन पाँचों भावों के द्विकसंयोग, त्रिकसंयोग, चतुःसंयोग और पंचसंयोग से जो भाव निष्पन्न होते हैं वे सब सान्निपातिकभाव नाम हैं। उनमें से द्विकसंयोगज दस, त्रिकसंयोगज दस, चतुःसंयोगज पाँच और पंचसंयोगज एक भाव हैं। इस प्रकार सब मिलाकर ये छब्बीस सान्निपातिकभाव हैं। दो – दो के संयोग से निष्पन्न दस भंगों के नाम इस प्रकार हैं – औदयिक – औपशमिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औदयिक – क्षायिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औदयिक – क्षायोपशमिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औदयिक – पारिणामिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औपशमिक – क्षायिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औपशमिक – क्षायोपशमिक के संयोग से निष्पन्न भाव, औपशमिक – पारिणामिक के संयोग से निष्पन्न भाव तथा क्षायोपशमिकपारिणामिक के संयोग से निष्पन्न भाव। भगवन् ! औदायिक – औपशमिकभाव के संयोग से निष्पन्न भंग क्या है ? औदयिकभाव में मनुष्यगति और औपशमिक – भाव में उपशांतकषाय को ग्रहण करने रूप औदयिक – औपशमिकभाव हैं। औदयिकभाव में मनुष्यगति और क्षायिकभाव में क्षायिक सम्यक्त्व का ग्रहण औदयिकक्षायिकभाव हैं। औदयिकभाव में मनुष्यगति और क्षायोपशमिकभाव में इन्द्रियाँ जानना। यह औदयिक – क्षायोपशमिकभाव का स्वरूप है। औदयिक – पारिणामिकभाव के संयोग से निष्पन्न भंग क्या है ? औदयिकभाव में मनुष्यगति और पारिणामिकभाव में जीवत्व को ग्रहण करना औदयिक – पारिणामिकभाव का स्वरूप है। उपशांतकषाय और क्षायिक सम्यक्त्व यह औपशमिक – क्षायिकसंयोगज भाव का स्वरूप है। औपशमिकभाव में उपशांतकषाय और क्षयोपशमनिष्पन्न में इन्द्रियाँ यह औपशमिक – क्षयोपशमनिष्पन्नभाव का स्वरूप है। औपशमिकभाव में उपशांतकषाय और पारिणामिकभाव में जीवत्व यह औपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप है। क्षायिक सम्यक्त्व और क्षायोपशमिक इन्द्रियाँ यह क्षायिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप जानना। क्षायिकभाव में क्षायिक सम्यक्त्व और पारिणामिकभाव में जीवत्व का ग्रहण क्षायिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप है। क्षायोपशमिकभाव में इन्द्रियाँ और पारिणामिकभाव में जीवत्व को ग्रहण किया जाए तो यह क्षायोपशमिक – पारिणामिकभाव का स्वरूप है। सान्निपातिकभाव में त्रिकसंयोगज दस भंग हैं – औदयिकऔपशमिक – क्षायिकनिष्पन्नभाव, औदयिक – औपशमिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्नभाव, औदयिकऔपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव, औदयिक – क्षायिक – क्षायोप – शमिकनिष्पन्न भाव, औदयिकक्षायिक – पारिणामिकनिष्पन्न भाव, औदयिकक्षायोपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्न भाव, औपशमिकक्षायिक – क्षायोपशमिक – निष्पन्न भाव, औपशमिकक्षायिक – पारिणामिकनिष्पन्न भाव, औपशमिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्न भाव, क्षायिकक्षायोप – शमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव। औदयिक – औपशमिक – क्षायिकनिष्पन्नभाव क्या है ? मनुष्यगति औदयिकभाव, उपशांतकषाय औपशमिकभाव और क्षायिकसम्यक्त्व क्षायिकभाव यह औदयिक – औपशमिक – क्षायिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप है। मनुष्यगति औदयिकभाव, उपशांत कषाय औपशमिक और इन्द्रियाँ क्षायोपशमिकभाव, इस प्रकार औदयिक – औपशमिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप जानना चाहिए। मनुष्यगति औदयिक, उपशांतकषाय औपशमिक और जीवत्व पारिणामिक भाव, इस प्रकार से औदयिक – औपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव का स्वरूप है। मनुष्यगति औदयिक, क्षायिक सम्यक्त्व क्षायिकभाव और इन्द्रियाँ क्षायोप – शमिकभाव यह औदयिक – क्षायिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। मनुष्यगति औदयिकभाव, क्षायिक सम्यक्त्व क्षायिकभाव और जीवत्व पारिणामिकभाव इस प्रकार का औदयिक – क्षायिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। मनुष्यगति औदयिक, इन्द्रियाँ क्षायोपशमिक और जीवत्व पारिणामिक, यह औदयिक – क्षायोपशमिक – पारिणा – मिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप जानना। उपशांतकषाय औपशमिकभाव, क्षायिकसम्यक्त्व क्षायिकभाव, इन्द्रियाँ क्षायोपशमिकभाव, यह औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्न सान्निपातिकभाव हैं। उपशांतकषाय औपशमिकभाव, क्षायिकसम्यक्त्व क्षायिकभाव, जीवत्व पारिणामिकभाव, यह औपशमिक – क्षायिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप जानना चाहिए। उपशांतकषाय औपशमिकभाव, इन्द्रियाँ क्षायोपशमिक और जीवत्व पारिणामिक, इस प्रकार से यह औपशमिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्नसान्निपातिकभाव का स्वरूप जानना। क्षायिकसम्यक्त्व क्षायिकभाव, इन्द्रियाँ क्षायोपशमिकभाव और जीवत्व पारिणामिकभाव, इस प्रकार का क्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिक – भाव का स्वरूप है। चार भावों के संयोग से निष्पन्न सान्निपातिकभाव के पाँच भंगों के नाम इस प्रकार हैं – औदयिक – औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिकनिष्पन्नभाव, औदयिक – औपशमिक – क्षायिकपारिणामिकनिष्पन्नभाव, औदयिक – औपशमिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव, औदयिकक्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्नभाव, औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकनिष्पन्न भाव। औदयिक – औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिक – निष्पन्न सान्निपातिकभाव क्या है ? औदयिकभाव में मनुष्य, औपशमिकभाव में उपशांतकषाय, क्षायिकभाव में क्षायिकसम्यक्त्व और क्षायोपसमिकभाव में इन्द्रियाँ, यह औदयिक – औपशमिकक्षायिक – क्षायोपशमिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। औदयिकभाव में मनुष्यगति, औपशमिकभाव में उपशांतकषाय, क्षायिकभाव में क्षायिकसम्यक्त्व और पारिणामिकभाव में जीवत्व, यह औदयिक – औपशमिक – क्षायिकपारिणा – मिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। औदयिकभाव में मनुष्यगति, औपशमिकभाव में उपशांतकषाय, क्षायोपशमिक भाव में इन्द्रियाँ और पारिणामिकभाव में जीवत्व, इस प्रकार से औदयिक – औपशमिकक्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव के तृतीय भंग का स्वरूप जानना। औदयिकभाव में मनुष्यगति, क्षायिकभाव में क्षायिकसम्यक्त्व, क्षायोपशमि – कभाव में इन्द्रियाँ और पारिणामिकभाव में जीवत्व, यह औदयिक – क्षायिक – क्षायोपशमिकपारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिक – भाव का स्वरूप है। औपशमिकभाव में उपशांतकषाय, क्षायिकभाव में क्षायिकसम्यक्त्व, क्षायोपशमिकभाव में इन्द्रियाँ और पारिणामिकभाव में जीवत्व, यह औपशमिक – क्षायिकक्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। पंचसंयोगज सान्निपातिकभाव का एक भंग इस प्रकार है – औदयिक – औपशमिकक्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिक – निष्पन्नभाव। औदयिक – औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिक भाव क्या है ? औदयिकभाव में मनुष्यगति, औपशमिकभाव में उपशांतकषाय, क्षायिकभाव में क्षायिकसम्यक्त्व, क्षायोपशमिकभाव में इन्द्रियाँ और पारिणामि – कभाव में जीवत्व, यह औदयिक – औपशमिक – क्षायिक – क्षायोपशमिक – पारिणामिकभावनिष्पन्न सान्निपातिकभाव का स्वरूप है। इस प्रकार से सान्निपातिकभाव और हाथ ही षड्नाम का वर्ण समाप्त हुआ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] ukkavaya disadaha gajjiyam vijju nigghaya juvaya jakkhalitta dhumiya mahiya rayugghao chamdovaraga surovaraga chamdaparivesa suraparivesa padichamda padisura imdadhanu udagamachchha kavihasiya amoha vasa vasadhara gama nagara ghara pavvata payala bhavana niraya rayanappabha sakkarappabha valuyappabha pamkappabha dhumappabha tama tamatama sohamme isane sanamkumare mahimde bambhaloe lamtae mahasukke sahassare anae panae arane achchue gevejje anuttare isippabbhara paramanupoggale dupaesie java anamtapaesie. Se tam saiparinamie. Se kim tam anai-parinamie? Anai-parinamie–dhammatthikae adhammatthikae agasa-tthikae jivatthikae poggalatthikae addhasamae loe aloe bhavasiddhiya abhavasiddhiya. Se tam anai-parinamie. Se tam parinamie. Se kim tam sannivaie? Sannivaie– eesim cheva udaiya-uvasamiya-khaiya-khaovasamiya-parinamiyanam bhavanam duga samjoenam tigasamjoenam chaukkasamjoenam pamchagasamjoenam je nippajjai savve se sannivaie name. Tattha nam dasa dugasamjoga, dasa tigasamjoga, pamcha chaukkasamjoga, ege pamchakasamjoge. Tattha nam jete dasa dugasamjoga te nam ime–1. Atthi name udaie uvasamanipphanne 2. Atthi name udaie khayanipphanne 3. Atthi name udaie khaovasamanipphanne 4. Atthi name udaie parinamiya-nipphanne 5. Atthi name uvasamie khayani-pphanne 6. Atthi name uvasamie khaovasamanipphanne 7. Atthi name uvasamie parinamiyanipphanne 8. Atthi name khaie khao-vasamanipphanne 9. Atthi name khaie parinamiya nipphanne 10. Atthi name khaovasamie parinamiyanipphanne. 1. Kayare se name udaie uvasamanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya, esa nam se name udaie uvasamanipphanne. 2. Kayare se name udaie khayanipphanne? Udaie tti manusse khaiyam sammattam, esa nam se name udaie khayanipphanne. 3. Kayare se name udaie khaovasamanipphanne? Udaie tti manusse khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name udaie khaova-samanipphanne. 4. Kayare se name udaie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse parinamie jive, esa nam se name udaie parinamiya-nipphanne. 5. Kayare se name uvasamie khayanipphanne? Uvasamta kasaya khaiyam sammattam, esa nam se name uvasamie khayanipphanne. 6. Kayare se name uvasamie khaovasamanipphanne? Uvasamta kasaya khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name uvasamie khaovasamanipphanne. 7. Kayare se name uvasamie parinamiyanipphanne? Uvasamta kasaya parinamie jive, esa nam se name uvasamie parina-miyanipphanne. 8. Kayare se name khaie khaovasamanipphanne? Khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name khaie khaovasamani-pphanne. 9. Kayare se name khaie parinamiyanipphanne? Khaiyam sammattam parinamie jive, esa nam se name khaie parinamiyanipphanne. 10. Kayare se name khaovasamie parinamiyanipphanne? Khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name khaovasamie parinamiyanipphanne. Tattha nam jete dasa tigasamjoga te nam ime– 1. Atthi name udaie uvasamie khayanipphanne 2. Atthi name udaie uvasamie khaovasamanipphanne 3. Atthi name udaie uvasamie parinamiyanipphanne 4. Atthi name udaie khaie khaovasamani-pphanne 5. Atthi name udaie khaie parinamiyanipphanne 6. Atthi name udaie khaovasamie parinamiyanipphanne 7. Atthi name uvasamie khaie khaovasamanipphanne 8. Atthi name uvasamie khaie parinamiyanipphanne 9. Atthi name uvasamie khao-vasamie parinamiyanipphanne 10. Atthi name khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. 1. Kayare se name udaie uvasamie khayanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaiyam sammattam, esa nam se name udaie uvasamie khayanipphanne. 2. Kayare se name udaie uvasamie khaovasamanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name udaie uvasamie khaovasamanipphanne. 3. Kayare se name udaie uvasamie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya parinamie jive, esa nam se name udaie uvasamie parinamiyanipphanne. 4. Kayare se name udaie khaie khaovasamanipphanne? Udaie tti manusse khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name udaie khaie khaovasamanipphanne. 5. Kayare se name udaie khaie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse khaiyam sammattam parinamie jive, esa nam se name udaie khaie parinamiyanipphanne. 6. Kayare se name udaie khaovasamie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive esa nam se name udaie khaovasamie parinamiyanipphanne. 7. Kayare se name uvasamie khaie khaovasamiyanipphanne? Uvasamta kasaya khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name uvasamie khaie khaovasamanipphanne. 8. Kayare se name uvasamie khaie parinamiyanipphanne? Uvasamta kasaya khaiyam sammattam parinamie jive, esa nam se name uvasamie khaie parinamiyanipphanne. 9. Kayare se name uvasamie khaovasamie parinamiyanipphanne? Uvasamta kasaya khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name uvasamie khaovasamie parinamiyanipphanne. 10. Kayare se name khaie khaovasamie parinamiyanipphanne? Khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. Tattha nam jete pamcha chaukkasamjoga te nam ime–1. Atthi name udaie uvasamie khaie khaovasamanipphanne 2. Atthi name udaie uvasamie khaie parinamiyanipphanne 3. Atthi name udaie uvasamie khaovasamie parinamiyanipphanne 4. Atthi name udaie khaie khaovasamie parinamiya nipphanne 5. Atthi name uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. 1. Kayare se name udaie uvasamie khaie khaovasamanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim, esa nam se name udaie uvasamie khaie khaovasamanipphanne. 2. Kayare se name udaie uvasamie khaie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaiyam sammattam parinamie jive, esa nam se name udaie uvasamie khaie parinamiya nipphanne. 3. Kayare se name udaie uvasamie khaovasamie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name udaie uvasamie khaovasamie parinamiyanipphanne. 4. Kayare se name udaie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name udaie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. 5. Kayare se name uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne? Uvasamta kasaya khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. Tattha nam jese ekke pamchagasamjoe se nam ime–atthi name udaie uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. Kayare se name udaie uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne? Udaie tti manusse uvasamta kasaya khaiyam sammattam khaovasamiyaim imdiyaim parinamie jive, esa nam se name udaie uvasamie khaie khaovasamie parinamiyanipphanne. Se tam sannivaie. Se tam chhaname. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ulkapata, digdaha, meghagarjana, vidyuta, nirghat, yupaka, yakshadipta, dhumika, mahika, rajodghata, chandragrahana, suryagrahana, chandraparivesha, suryaparivesha, pratichandra, pratisurya, indradhanusha, udakamatsya, kapihasita, amogha, varsha, varshadhara parvata, grama, nagara, ghara, parvata, patalakalasha, bhavana, naraka, ratnaprabha, sharkaraprabha, balukaprabha, pamkaprabha, dhumaprabha, tamahprabha, tamastamahprabha, saudharma, ishana, yavat anata, pranata, arana, achyuta, graiveyaka, anuttaropapatika devavimana, ishatpragbhara prithvi, paramanupudgala, dvipradeshika skandha se lekara ananta pradeshika skandha asadiparinamikabhava rupa haim. Anadiparinamikabhava kya hai\? Dharmastikaya, adharmastikaya, jiva – stikaya, pudgalastikaya, addhasamaya, loka, aloka, bhavasiddhika, abhavasiddhika, ye anadi parinamika haim. Sannipatikabhava kya hai\? Audayika, aupashamika, kshayika, kshayopashamika aura parinamika, ina pamchom bhavom ke dvikasamyoga, trikasamyoga, chatuhsamyoga aura pamchasamyoga se jo bhava nishpanna hote haim ve saba sannipatikabhava nama haim. Unamem se dvikasamyogaja dasa, trikasamyogaja dasa, chatuhsamyogaja pamcha aura pamchasamyogaja eka bhava haim. Isa prakara saba milakara ye chhabbisa sannipatikabhava haim. Do – do ke samyoga se nishpanna dasa bhamgom ke nama isa prakara haim – audayika – aupashamika ke samyoga se nishpanna bhava, audayika – kshayika ke samyoga se nishpanna bhava, audayika – kshayopashamika ke samyoga se nishpanna bhava, audayika – parinamika ke samyoga se nishpanna bhava, aupashamika – kshayika ke samyoga se nishpanna bhava, aupashamika – kshayopashamika ke samyoga se nishpanna bhava, aupashamika – parinamika ke samyoga se nishpanna bhava tatha kshayopashamikaparinamika ke samyoga se nishpanna bhava. Bhagavan ! Audayika – aupashamikabhava ke samyoga se nishpanna bhamga kya hai\? Audayikabhava mem manushyagati aura aupashamika – bhava mem upashamtakashaya ko grahana karane rupa audayika – aupashamikabhava haim. Audayikabhava mem manushyagati aura kshayikabhava mem kshayika samyaktva ka grahana audayikakshayikabhava haim. Audayikabhava mem manushyagati aura kshayopashamikabhava mem indriyam janana. Yaha audayika – kshayopashamikabhava ka svarupa hai. Audayika – parinamikabhava ke samyoga se nishpanna bhamga kya hai\? Audayikabhava mem manushyagati aura parinamikabhava mem jivatva ko grahana karana audayika – parinamikabhava ka svarupa hai. Upashamtakashaya aura kshayika samyaktva yaha aupashamika – kshayikasamyogaja bhava ka svarupa hai. Aupashamikabhava mem upashamtakashaya aura kshayopashamanishpanna mem indriyam yaha aupashamika – kshayopashamanishpannabhava ka svarupa hai. Aupashamikabhava mem upashamtakashaya aura parinamikabhava mem jivatva yaha aupashamika – parinamikanishpannabhava ka svarupa hai. Kshayika samyaktva aura kshayopashamika indriyam yaha kshayika – kshayopashamikanishpannabhava ka svarupa janana. Kshayikabhava mem kshayika samyaktva aura parinamikabhava mem jivatva ka grahana kshayika – parinamikanishpannabhava ka svarupa hai. Kshayopashamikabhava mem indriyam aura parinamikabhava mem jivatva ko grahana kiya jae to yaha kshayopashamika – parinamikabhava ka svarupa hai. Sannipatikabhava mem trikasamyogaja dasa bhamga haim – audayikaaupashamika – kshayikanishpannabhava, audayika – aupashamika – kshayopashamikanishpannabhava, audayikaaupashamika – parinamikanishpannabhava, audayika – kshayika – kshayopa – shamikanishpanna bhava, audayikakshayika – parinamikanishpanna bhava, audayikakshayopashamika – parinamikanishpanna bhava, aupashamikakshayika – kshayopashamika – nishpanna bhava, aupashamikakshayika – parinamikanishpanna bhava, aupashamika – kshayopashamika – parinamikanishpanna bhava, kshayikakshayopa – shamika – parinamikanishpannabhava. Audayika – aupashamika – kshayikanishpannabhava kya hai\? Manushyagati audayikabhava, upashamtakashaya aupashamikabhava aura kshayikasamyaktva kshayikabhava yaha audayika – aupashamika – kshayikanishpannabhava ka svarupa hai. Manushyagati audayikabhava, upashamta kashaya aupashamika aura indriyam kshayopashamikabhava, isa prakara audayika – aupashamika – kshayopashamikanishpannabhava ka svarupa janana chahie. Manushyagati audayika, upashamtakashaya aupashamika aura jivatva parinamika bhava, isa prakara se audayika – aupashamika – parinamikanishpannabhava ka svarupa hai. Manushyagati audayika, kshayika samyaktva kshayikabhava aura indriyam kshayopa – shamikabhava yaha audayika – kshayika – kshayopashamikanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Manushyagati audayikabhava, kshayika samyaktva kshayikabhava aura jivatva parinamikabhava isa prakara ka audayika – kshayika – parinamikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Manushyagati audayika, indriyam kshayopashamika aura jivatva parinamika, yaha audayika – kshayopashamika – parina – mikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa janana. Upashamtakashaya aupashamikabhava, kshayikasamyaktva kshayikabhava, indriyam kshayopashamikabhava, yaha aupashamika – kshayika – kshayopashamikanishpanna sannipatikabhava haim. Upashamtakashaya aupashamikabhava, kshayikasamyaktva kshayikabhava, jivatva parinamikabhava, yaha aupashamika – kshayika – parinamikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa janana chahie. Upashamtakashaya aupashamikabhava, indriyam kshayopashamika aura jivatva parinamika, isa prakara se yaha aupashamika – kshayopashamika – parinamikabhavanishpannasannipatikabhava ka svarupa janana. Kshayikasamyaktva kshayikabhava, indriyam kshayopashamikabhava aura jivatva parinamikabhava, isa prakara ka kshayika – kshayopashamika – parinamikabhavanishpanna sannipatika – bhava ka svarupa hai. Chara bhavom ke samyoga se nishpanna sannipatikabhava ke pamcha bhamgom ke nama isa prakara haim – audayika – aupashamika – kshayika – kshayopashamikanishpannabhava, audayika – aupashamika – kshayikaparinamikanishpannabhava, audayika – aupashamika – kshayopashamika – parinamikanishpannabhava, audayikakshayika – kshayopashamika – parinamikanishpannabhava, aupashamika – kshayika – kshayopashamika – parinamikanishpanna bhava. Audayika – aupashamika – kshayika – kshayopashamika – nishpanna sannipatikabhava kya hai\? Audayikabhava mem manushya, aupashamikabhava mem upashamtakashaya, kshayikabhava mem kshayikasamyaktva aura kshayopasamikabhava mem indriyam, yaha audayika – aupashamikakshayika – kshayopashamikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Audayikabhava mem manushyagati, aupashamikabhava mem upashamtakashaya, kshayikabhava mem kshayikasamyaktva aura parinamikabhava mem jivatva, yaha audayika – aupashamika – kshayikaparina – mikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Audayikabhava mem manushyagati, aupashamikabhava mem upashamtakashaya, kshayopashamika bhava mem indriyam aura parinamikabhava mem jivatva, isa prakara se audayika – aupashamikakshayopashamika – parinamikabhavanishpanna sannipatikabhava ke tritiya bhamga ka svarupa janana. Audayikabhava mem manushyagati, kshayikabhava mem kshayikasamyaktva, kshayopashami – kabhava mem indriyam aura parinamikabhava mem jivatva, yaha audayika – kshayika – kshayopashamikaparinamikabhavanishpanna sannipatika – bhava ka svarupa hai. Aupashamikabhava mem upashamtakashaya, kshayikabhava mem kshayikasamyaktva, kshayopashamikabhava mem indriyam aura parinamikabhava mem jivatva, yaha aupashamika – kshayikakshayopashamika – parinamikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Pamchasamyogaja sannipatikabhava ka eka bhamga isa prakara hai – audayika – aupashamikakshayika – kshayopashamika – parinamika – nishpannabhava. Audayika – aupashamika – kshayika – kshayopashamika – parinamikabhavanishpanna sannipatika bhava kya hai\? Audayikabhava mem manushyagati, aupashamikabhava mem upashamtakashaya, kshayikabhava mem kshayikasamyaktva, kshayopashamikabhava mem indriyam aura parinami – kabhava mem jivatva, yaha audayika – aupashamika – kshayika – kshayopashamika – parinamikabhavanishpanna sannipatikabhava ka svarupa hai. Isa prakara se sannipatikabhava aura hatha hi shadnama ka varna samapta hua. |