Sutra Navigation: Chandrapragnapati ( चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र )

Search Details

Mool File Details

Anuvad File Details

Sr No : 1007403
Scripture Name( English ): Chandrapragnapati Translated Scripture Name : चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

प्राभृत-१

Translated Chapter :

प्राभृत-१

Section : प्राभृत-प्राभृत-१ Translated Section : प्राभृत-प्राभृत-१
Sutra Number : 103 Category : Upang-06
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] ता कति णं संवच्छरा आहिताति वदेज्जा? तत्थ खलु इमे पंच संवच्छरा पन्नत्ता, तं जहा–नक्खत्ते चंदे उडू आदिच्चे अभिवड्ढिते। ता एतेसि णं पंचण्हं संवच्छराणं पढमस्स नक्खत्तसंवच्छरस्स नक्खत्तमासे तीसइमुहुत्तेणं अहोरत्तेणं मिज्जमाणे केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वएज्जा? ता सत्तावीसं राइंदियाइं एक्कवीसं च सत्तट्ठिभागा राइंदियस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता अट्ठसए एगूणवीसे मुहुत्ताणं सत्तावीसं च सत्तट्ठिभागे मुहुत्तस्स मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एस णं अद्धा दुवालसक्खुत्तकडा नक्खत्ते संवच्छरे। ता से णं केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तिन्नि सत्तावीसे राइंदियसतं एक्कावण्णं च सत्तट्ठिभागे राइंदियस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता नव मुहुत्तसहस्साइं अट्ठ य बत्तीसे मुहुत्तसए छप्पन्नं च सत्तट्ठिभागे मुहुत्तस्स मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एतेसि णं पंचण्हं संवच्छराणं दोच्चस्स चंदसंवच्छरस्स चंदे मासे तीसतिमुहुत्तेणं अहोरत्तेणं गणिज्जमाणे केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता एगूणतीसं राइंदियाइं बत्तीसं बावट्ठिभागा राइंदियस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वएज्जा? ता अट्ठपंचासते मुहुत्ते तेत्तीसं च छावट्ठि-भागे मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एस णं अद्धा दुवालसक्खुत्तकडा चंदे संवच्छरे। ता से णं केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तिन्नि चउप्पण्णे राइंदियसते दुवालस य बावट्ठिभागा राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता दस मुहुत्तसहस्साइं छच्च पणवीसे मुहुत्तसते पन्नासं च बावट्ठिभागे मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एतेसि णं पंचण्हं संवच्छराणं तच्चस्स उडुसंवच्छरस्स उडुमासे तीसतिमुहुत्तेणं अहोरत्तेणं गणिज्जमाणे केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तीसं राइंदियाणं राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता नव मुहुत्तसताइं मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एस णं अद्धा दुवालसक्खुत्तकडा उडू संवच्छरे। ता से णं केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तिन्नि सट्ठे राइंदियसते राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता दस मुहुत्तसहस्साइं अट्ठ मुहुत्तसताइं मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एतेसि णं पंचण्हं संवच्छराणं चउत्थस्स आदिच्चसंवच्छरस्स आदिच्चे मासे तीसति-मुहुत्तेणं अहोरत्तेणं गणिज्जमाणे केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तीसं राइंदियाइं अवड्ढभागं च राइंदियस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता नव पन्नरस मुहुत्तसए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एस णं अद्धा दुवालसक्खुत्तकडा आदिच्चे संवच्छरे। ता से णं केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तिन्नि छावट्ठे राइंदियसए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता दस मुहुत्तस्स सहस्साइं नव असीते मुहुत्तसते मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एतेसि णं पंचण्हं संवच्छराणं पंचमस्स अभिवड्ढितसंवच्छरस्स अभिवड्ढिते मासे तीसतिमुहुत्तेणं गणिज्जमाणे केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता एक्कतीसं राइंदियाइं एगूणतीसं च मुहुत्ता सत्तरस बावट्ठिभागे मुहुत्तस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता नव एगूणसट्ठे मुहुत्तसते सत्तरस बावट्ठिभागे मुहुत्तस्स मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता एस णं अद्धा दुवालसक्खुत्तकडा अभि-वड्ढितसंवच्छरे। ता से णं केवतिए राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता तिन्नि तेसीते राइंदियसते एक्कवीसं च मुहुत्ता अट्ठारस बावट्ठिभागे मुहुत्तस्स राइंदियग्गेणं आहितेति वदेज्जा। ता से णं केवतिए मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा? ता एक्कारस मुहुत्तसहस्साइं पंच य एक्कारस मुहुत्तसते अट्ठारस बावट्ठिभागे मुहुत्तस्स मुहुत्तग्गेणं आहितेति वदेज्जा।
Sutra Meaning : हे भगवन्‌ ! संवत्सर का प्रारंभ किस प्रकार से कहा है ? निश्चय से पाँच संवत्सर कहे हैं – चांद्र, चांद्र, अभिवर्धित, चांद्र और अभिवर्धित। इसमें जो पाँचवे संवत्सर का पर्यवसान है वह अनन्तर पुरस्कृत समय यह प्रथम संवत्सर की आदि है, द्वितीय संवत्सर की जो आदि है वहीं अनन्तर पश्चात्कृत्‌ प्रथम संवत्सर का समाप्ति काल है। उस समय चंद्र उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के छब्बीस मुहूर्त्त एवं एक मुहूर्त्त के छब्बीस बासट्ठांश भाग तथा बासठवें भाग को सडसठ से विभक्त करके चोपन चूर्णिका भाग शेष रहने पर योग करके परिसमाप्त करता है। और सूर्य पुनर्वसु नक्षत्र से सोलह मुहूर्त्त एवं एक मुहूर्त्त के आठ बासट्ठांश भाग तथा बासठवे भाग को सडसठ से विभक्त करके बीस चूर्णिका भाग शेष रहने पर योग करके प्रथम संवत्सर को समाप्त करते हैं। इसी तरह प्रथम संवत्सर का पर्यवसान है वह दूसरे संवत्सर की आदि है, दूसरे का पर्यवसान वह तीसरे संवत्सर की आदि है, तीसरे का पर्यवसान वह चौथे संवत्सर की आदि है, चौथे का पर्यवसान, वह पाँचवे संवत्सर की आदि है। तीसरे संवत्सर के प्रारंभ का अनन्तर पश्चात्कृत्‌ समय दूसरे संवत्सर की समाप्ति है…यावत्‌… प्रथम संवत्सर की आदि का अनन्तर पश्चात्कृत्‌ समय पाँचवे संवत्सर की समाप्ति है। दूसरे संवत्सर की परिसमाप्ति में चन्द्र पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र से योग करता है, तीसरे में उत्तराषाढ़ा से, चौथे में उत्तराषाढ़ा और पाँचवे संवत्सर की समाप्ति में भी चन्द्र उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से योग करता है और सूर्य दूसरे से चौथे संवत्सर की समाप्ति में पुनर्वसु से तथा पाँचवे संवत्सर की समाप्ति में पुष्य नक्षत्र से योग करता है।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] ta kati nam samvachchhara ahitati vadejja? Tattha khalu ime pamcha samvachchhara pannatta, tam jaha–nakkhatte chamde udu adichche abhivaddhite. Ta etesi nam pamchanham samvachchharanam padhamassa nakkhattasamvachchharassa nakkhattamase tisaimuhuttenam ahorattenam mijjamane kevatie raimdiyaggenam ahiteti vaejja? Ta sattavisam raimdiyaim ekkavisam cha sattatthibhaga raimdiyassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta atthasae egunavise muhuttanam sattavisam cha sattatthibhage muhuttassa muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta esa nam addha duvalasakkhuttakada nakkhatte samvachchhare. Ta se nam kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tinni sattavise raimdiyasatam ekkavannam cha sattatthibhage raimdiyassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta nava muhuttasahassaim attha ya battise muhuttasae chhappannam cha sattatthibhage muhuttassa muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta etesi nam pamchanham samvachchharanam dochchassa chamdasamvachchharassa chamde mase tisatimuhuttenam ahorattenam ganijjamane kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta egunatisam raimdiyaim battisam bavatthibhaga raimdiyassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vaejja? Ta atthapamchasate muhutte tettisam cha chhavatthi-bhage muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta esa nam addha duvalasakkhuttakada chamde samvachchhare. Ta se nam kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tinni chauppanne raimdiyasate duvalasa ya bavatthibhaga raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta dasa muhuttasahassaim chhachcha panavise muhuttasate pannasam cha bavatthibhage muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta etesi nam pamchanham samvachchharanam tachchassa udusamvachchharassa udumase tisatimuhuttenam ahorattenam ganijjamane kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tisam raimdiyanam raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta nava muhuttasataim muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta esa nam addha duvalasakkhuttakada udu samvachchhare. Ta se nam kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tinni satthe raimdiyasate raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta dasa muhuttasahassaim attha muhuttasataim muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta etesi nam pamchanham samvachchharanam chautthassa adichchasamvachchharassa adichche mase tisati-muhuttenam ahorattenam ganijjamane kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tisam raimdiyaim avaddhabhagam cha raimdiyassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta nava pannarasa muhuttasae muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta esa nam addha duvalasakkhuttakada adichche samvachchhare. Ta se nam kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tinni chhavatthe raimdiyasae raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta dasa muhuttassa sahassaim nava asite muhuttasate muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta etesi nam pamchanham samvachchharanam pamchamassa abhivaddhitasamvachchharassa abhivaddhite mase tisatimuhuttenam ganijjamane kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta ekkatisam raimdiyaim egunatisam cha muhutta sattarasa bavatthibhage muhuttassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta nava egunasatthe muhuttasate sattarasa bavatthibhage muhuttassa muhuttaggenam ahiteti vadejja. Ta esa nam addha duvalasakkhuttakada abhi-vaddhitasamvachchhare. Ta se nam kevatie raimdiyaggenam ahiteti vadejja? Ta tinni tesite raimdiyasate ekkavisam cha muhutta attharasa bavatthibhage muhuttassa raimdiyaggenam ahiteti vadejja. Ta se nam kevatie muhuttaggenam ahiteti vadejja? Ta ekkarasa muhuttasahassaim pamcha ya ekkarasa muhuttasate attharasa bavatthibhage muhuttassa muhuttaggenam ahiteti vadejja.
Sutra Meaning Transliteration : He bhagavan ! Samvatsara ka prarambha kisa prakara se kaha hai\? Nishchaya se pamcha samvatsara kahe haim – chamdra, chamdra, abhivardhita, chamdra aura abhivardhita. Isamem jo pamchave samvatsara ka paryavasana hai vaha anantara puraskrita samaya yaha prathama samvatsara ki adi hai, dvitiya samvatsara ki jo adi hai vahim anantara pashchatkrit prathama samvatsara ka samapti kala hai. Usa samaya chamdra uttarasharha nakshatra ke chhabbisa muhurtta evam eka muhurtta ke chhabbisa basatthamsha bhaga tatha basathavem bhaga ko sadasatha se vibhakta karake chopana churnika bhaga shesha rahane para yoga karake parisamapta karata hai. Aura surya punarvasu nakshatra se solaha muhurtta evam eka muhurtta ke atha basatthamsha bhaga tatha basathave bhaga ko sadasatha se vibhakta karake bisa churnika bhaga shesha rahane para yoga karake prathama samvatsara ko samapta karate haim. Isi taraha prathama samvatsara ka paryavasana hai vaha dusare samvatsara ki adi hai, dusare ka paryavasana vaha tisare samvatsara ki adi hai, tisare ka paryavasana vaha chauthe samvatsara ki adi hai, chauthe ka paryavasana, vaha pamchave samvatsara ki adi hai. Tisare samvatsara ke prarambha ka anantara pashchatkrit samaya dusare samvatsara ki samapti hai…yavat… prathama samvatsara ki adi ka anantara pashchatkrit samaya pamchave samvatsara ki samapti hai. Dusare samvatsara ki parisamapti mem chandra purvasharha nakshatra se yoga karata hai, tisare mem uttarasharha se, chauthe mem uttarasharha aura pamchave samvatsara ki samapti mem bhi chandra uttarasharha nakshatra se yoga karata hai aura surya dusare se chauthe samvatsara ki samapti mem punarvasu se tatha pamchave samvatsara ki samapti mem pushya nakshatra se yoga karata hai.