Sutra Navigation: Chandrapragnapati ( चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र )

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Sr No : 1007336
Scripture Name( English ): Chandrapragnapati Translated Scripture Name : चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

प्राभृत-१

Translated Chapter :

प्राभृत-१

Section : प्राभृत-प्राभृत-१ Translated Section : प्राभृत-प्राभृत-१
Sutra Number : 36 Category : Upang-06
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] ता कहं ते मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए चारं चरति आहिताति वएज्जा? तत्थ खलु इमाओ दुवे पडिवत्तीओ पन्नत्ताओ। तत्थेगे एवमाहंसु–ता मंडलओ मंडलं संकममाणे सूरिए भेयघाएणं संकमति–एगे एवमाहंसु १ एगे पुण एवमाहंसु–ता मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए कण्णकलं निव्वेढेति २ तत्थ जेते एवमाहंसु–ता मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए भेयघाएणं संकमति, तेसि णं अयं दोसे, ता जेणंतरेणं मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए भेयघाएणं संकमति एवतियं च णं अद्धं पुरतो न गच्छति, पुरतो अगच्छमाणे मंडलकालं परिहवेति, तेसि णं अयं दोसे। तत्थ जेते एवमाहंसु–ता मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए कण्णकलं निव्वेढेति, तेसि णं अयं विसेसे, ता जेणंतरेणं मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए कण्णकलं निव्वेढेति एवतियं च णं अद्धं पुरतो गच्छति, पुरतो गच्छमाणे मंडलकालं न परिहवेति, तेसि णं अयं विसेसे। तत्थ जेते एवमाहंसु–ता मंडलाओ मंडलं संकममाणे सूरिए निव्वेढेइ, एतेणं नएणं नेयव्वं, नो चेव णं इतरेणं।
Sutra Meaning : हे भगवन्‌ ! एक मंडल से दूसरे मंडल में संक्रमण करता सूर्य कैसे गति करता है ? इस विषय में दो प्रति – पत्तियाँ हैं – (१) वह सूर्य भेदघात से संक्रमण करता है। (२) वह कर्णकला से गमन करता है। भगवंत कहते हैं कि जो भेदघात से संक्रमण बताते हैं उसमें यह दोष है कि भेदघात से संक्रमण करता सूर्य जिस अन्तर से एक मंडल से दूसरे मंडल में गमन करता है वह मार्ग में आगे नहीं जा सकता, दूसरे मंडल में पहुँचने से पहले ही उनका भोगकाल न्यून हो जाता है। जो यह कहते हैं कि सूर्य कर्णकला से संक्रमण करता है वह जिस अन्तर से एक मंडल से दूसरे मंडल में गति करता है तब जितनी कर्णकाल को छोड़ता है उतना मार्ग में आगे जाता है, इस मत में यह विशेषता है कि आगे जाता हुआ सूर्य मंडलकाल को न्यून नहीं करता। एक मंडल से दूसरे मंडल में संक्रमण करता सूर्य कर्ण – कला से गति करता है यह बात नय गति से जानना।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] ta kaham te mamdalao mamdalam samkamamane surie charam charati ahitati vaejja? Tattha khalu imao duve padivattio pannattao. Tatthege evamahamsu–ta mamdalao mamdalam samkamamane surie bheyaghaenam samkamati–ege evamahamsu 1 Ege puna evamahamsu–ta mamdalao mamdalam samkamamane surie kannakalam nivvedheti 2 Tattha jete evamahamsu–ta mamdalao mamdalam samkamamane surie bheyaghaenam samkamati, tesi nam ayam dose, ta jenamtarenam mamdalao mamdalam samkamamane surie bheyaghaenam samkamati evatiyam cha nam addham purato na gachchhati, purato agachchhamane mamdalakalam parihaveti, tesi nam ayam dose. Tattha jete evamahamsu–ta mamdalao mamdalam samkamamane surie kannakalam nivvedheti, tesi nam ayam visese, ta jenamtarenam mamdalao mamdalam samkamamane surie kannakalam nivvedheti evatiyam cha nam addham purato gachchhati, purato gachchhamane mamdalakalam na parihaveti, tesi nam ayam visese. Tattha jete evamahamsu–ta mamdalao mamdalam samkamamane surie nivvedhei, etenam naenam neyavvam, no cheva nam itarenam.
Sutra Meaning Transliteration : He bhagavan ! Eka mamdala se dusare mamdala mem samkramana karata surya kaise gati karata hai\? Isa vishaya mem do prati – pattiyam haim – (1) vaha surya bhedaghata se samkramana karata hai. (2) vaha karnakala se gamana karata hai. Bhagavamta kahate haim ki jo bhedaghata se samkramana batate haim usamem yaha dosha hai ki bhedaghata se samkramana karata surya jisa antara se eka mamdala se dusare mamdala mem gamana karata hai vaha marga mem age nahim ja sakata, dusare mamdala mem pahumchane se pahale hi unaka bhogakala nyuna ho jata hai. Jo yaha kahate haim ki surya karnakala se samkramana karata hai vaha jisa antara se eka mamdala se dusare mamdala mem gati karata hai taba jitani karnakala ko chhorata hai utana marga mem age jata hai, isa mata mem yaha visheshata hai ki age jata hua surya mamdalakala ko nyuna nahim karata. Eka mamdala se dusare mamdala mem samkramana karata surya karna – kala se gati karata hai yaha bata naya gati se janana.