Sutra Navigation: Jivajivabhigam ( जीवाभिगम उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006198 | ||
Scripture Name( English ): | Jivajivabhigam | Translated Scripture Name : | जीवाभिगम उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
सर्व जीव प्रतिपत्ति |
Translated Chapter : |
सर्व जीव प्रतिपत्ति |
Section : | ४ थी ९ पंचविध यावत् दशविध सर्वजीव | Translated Section : | ४ थी ९ पंचविध यावत् दशविध सर्वजीव |
Sutra Number : | 398 | Category : | Upang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] अहवा दसविहा सव्वजीवा पन्नत्ता, तं जहा–पढमसमयनेरइया अपढमसमयनेरइया पढमसमय-तिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोणिया पढमसमयमणूसा अपढमसमयमनूसा पढमसमय-देवा अपढमसमयदेवा पढमसमयसिद्धा अपढमसमयसिद्धा। पढमसमयनेरइए णं भंते! पढमसमयनेरइएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयनेरइए णं भंते! अपढमसमयनेरइएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं समयूणाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समयूणाइं। पढमसमयतिरिक्खजोणिए णं भंते! पढमसमयतिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयतिरिक्खजोणिए णं भंते! अपढमसमयतिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयूणं, उक्कोसेणं वणस्सइकालो। पढमसमयमणूसे णं भंते! पढमसमयमनूसेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयमनूसे णं भंते! अपढमसमयमनूसेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयूणं, उक्कोसेणं तिन्नि पलिओवमाइं पुव्वकोडिपुहत्तमब्भहियाइं। देवे जहा नेरइए। पढमसमयसिद्धे णं भंते! पढमसमयसिद्धेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयसिद्धे णं भंते! अपढमसमयसिद्धेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! सादीए अपज्जवसिए। पढमसमयनेरइयस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। अपढमसमयनेरइयस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होइ? गोयमा! जहन्नेणं दो खुड्डागभवग्गहणाइं समयूणाइं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागभवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहत्तं सातिरेगं। पढमसमयमनूसस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दो खुड्डागभवग्गहणाइं समयूणाइं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। अपढमसमयमनूसस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। देवस्स णं अंतरं जहा नेरइयस्स। पढमसमयसिद्धस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! नत्थि अंतरं। अपढमसमयसिद्धस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! सादीयस्स अपज्जवसियस्स नत्थि अंतरं एतेसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेवाणं पढमसमयसिद्धाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयसिद्धा, पढमसमयमणूसा असंखेज्जगुणा, पढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, पढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, पढमसमयतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा। एतेसि णं भंते! अपढमसमयनेरइयाणं जाव अपढमसमयसिद्धाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा अपढमसमयमनूसा, अपढम-समयनेरइया असंखेज्जगुणा, अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, अपढमसमयसिद्धा अनंतगुणा, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा। एतेसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयनेरइयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयनेरइया, अपढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा। एतेसि णं भंते! पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमय-तिरिक्खजोणिया, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा एतेसि णं भंते! पढमसमयमनूसाणं अपढमसमयमनूसाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयमनूसा, अपढमसमयमनूसा असंखेज्जगुणा। एतेसि णं भंते! पढमसमयदेवाणं अपढमसमयदेवाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयदेवा, अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा। एतेसि णं भंते! पढमसमयसिद्धाणं अपढमसमयसिद्धाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयसिद्धा, अपढमसमयसिद्धा अनंतगुणा। एतेसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयनेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमनूसाणं अपढमसमयमनूसाणं पढमसमयदेवाणं अपढमसमयदेवाणं पढमसमयसिद्धाणं अपढमसमयसिद्धाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमय सिद्धा, पढमसमयमनूसा असंखेज्ज गुणा, अपढमसमयमनूसा असंखेज्जगुणा, पढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, पढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, पढमसमयतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा, अपढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, अपढमसमयसिद्धा अनंतगुणा, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा। सेत्तं दसविहा सव्वजीवा। सेत्तं सव्वजीवाभिगमे। | ||
Sutra Meaning : | अथवा सर्व जीव दस प्रकार के हैं, यथा – १. प्रथमसमयनैरयिक, २. अप्रथमसमयनैरयिक, ३. प्रथमसमय – तिर्यग्योनिक, ४. अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक, ५. प्रथमसमयमनुष्य, ६. अप्रथमसमयमनुष्य, ७. प्रथमसमयदेव, ८. अप्रथमसमयदेव, ९. प्रथमसमयसिद्ध और १०. अप्रथमसमयसिद्ध। प्रथमसमयनैरयिक, प्रथमसमयनैरयिक के रूप में ? एक समय तक। अप्रथमसमयनैरयिक उसी रूप में ? एक समय कम १०००० वर्ष तक, उत्कृष्ट एक समय कम ३३ सागरोपम तक रहता है। प्रथमसमयतिर्यग्योनिक उसी रूप में ? एक समय तक। अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक जघन्य से एक समय कम क्षुल्लकभवग्रहण तक और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल तक रहता है। प्रथमसमयमनुष्य उस रूपमें? एक समय तक। अप्रथमसमयमनुष्य जघन्य से एक समय कम क्षुल्लकभवग्रहण, उत्कर्ष पूर्वकोटिपृथक्त्व अधिक तीन पल्योपम तक रहता है। देव का कथन नैरयिक की तरह है। प्रथमसमयसिद्ध उस रूप में? एक समय तक। अप्रथमसमयसिद्ध सादि – अपर्यवसित होने से सदाकाल रहता है। प्रथमसमयनैरयिक जघन्य से अन्तर्मुहूर्त्त अधिक दस हजार वर्ष और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल रहता है। अप्रथमसमयनैरयिक का अन्तर जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त और उत्कृष्ट वनस्पतिकाल है। प्रथमसमयतिर्यग्योनिक का अन्तर जघन्य एक समय कम दो क्षुल्लकभवग्रहण है, उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक का अन्तर जघन्य समयाधिक क्षुल्लकभवग्रहण है और उत्कर्ष से साधिक सागरोपम – शतपृथक्त्व है। भगवन् ! प्रथमसमयमनुष्य का अन्तर कितना है ? गौतम ! जघन्य एक समय कम दो क्षुल्लकभवग्रहण है और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। अप्रथमसमयमनुष्य का अन्तर जघन्य समयाधिक क्षुल्लकभव और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। देव का अन्तर नैरयिक की तरह कहना चाहिए। प्रथमसमयसिद्ध और अप्रथमसमयसिद्ध का अन्तर नहीं है। अल्पबहुत्व (१) सबसे थोड़े प्रथमसमयसिद्ध, उनसे प्रथमसमयमनुष्य असंख्येयगुण, उनसे प्रथम – समयनैरयिक असंख्येयगुण, उनसे प्रथमसमयदेव असंख्यातगुण और उनसे प्रथमसमयतिर्यग्योनिक असंख्येयगुण है। अल्पबहुत्व (२) गौतम ! सबसे थोड़े अप्रथमसमयमनुष्य, उनसे अप्रथमसमयनैरयिक असंख्येयगुण, उनसे अप्रथमसमयदेव असंख्येयगुण, उनसे अप्रथमसमयसिद्ध अनन्तगुण और उनसे अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक अनन्त – गुण हैं। अल्पबहुत्व (३) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयनैरयिक हैं, उनसे असंख्यातगुण अप्रथमसमयनैरयिक हैं। अल्पबहुत्व (४) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयतिर्यग्योनिक हैं और उनसे अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक अनन्तगुण हैं। अल्पबहुत्व (५) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयमनुष्य हैं, उनसे अप्रथमसमयमनुष्य असंख्यातगुण हैं। जैसा मनुष्यों के लिए कहा है, वैसा देवों के लिए भी कहना। अल्पबहुत्व (६) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयसिद्ध हैं, उनसे अप्रथमसमयसिद्ध अनन्तगुण हैं। अल्पबहुत्व (७) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयसिद्ध हैं, उनसे प्रथम – समयमनुष्य असंख्यातगुण हैं, उनसे अप्रथमसमयमनुष्य असंख्यातगुण हैं, उनसे प्रथमसमयनैरयिक असंख्यातगुण हैं, उनसे प्रथमसमयदेव असंख्यातगुण हैं, उनसे प्रथमसमयतिर्यंच असंख्यातगुण हैं, उनसे अप्रथमसमयनैरयिक असंख्यातगुण हैं, उनसे अप्रथमसमयसिद्ध अनन्तगुण हैं, उनसे अप्रथमसमय तिर्यंच अनन्तगुण हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] ahava dasaviha savvajiva pannatta, tam jaha–padhamasamayaneraiya apadhamasamayaneraiya padhamasamaya-tirikkhajoniya apadhamasamayatirikkhajoniya padhamasamayamanusa apadhamasamayamanusa padhamasamaya-deva apadhamasamayadeva padhamasamayasiddha apadhamasamayasiddha. Padhamasamayaneraie nam bhamte! Padhamasamayaneraietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayaneraie nam bhamte! Apadhamasamayaneraietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim samayunaim, ukkosenam tettisam sagarovamaim samayunaim. Padhamasamayatirikkhajonie nam bhamte! Padhamasamayatirikkhajonietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayatirikkhajonie nam bhamte! Apadhamasamayatirikkhajonietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayunam, ukkosenam vanassaikalo. Padhamasamayamanuse nam bhamte! Padhamasamayamanusetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayamanuse nam bhamte! Apadhamasamayamanusetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayunam, ukkosenam tinni paliovamaim puvvakodipuhattamabbhahiyaim. Deve jaha neraie. Padhamasamayasiddhe nam bhamte! Padhamasamayasiddhetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayasiddhe nam bhamte! Apadhamasamayasiddhetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Sadie apajjavasie. Padhamasamayaneraiyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttamabbhahiyaim, ukkosenam vanassatikalo. Apadhamasamayaneraiyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam amtomuhuttam, ukkosenam vanassatikalo. Padhamasamayatirikkhajoniyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoi? Goyama! Jahannenam do khuddagabhavaggahanaim samayunaim, ukkosenam vanassatikalo. Apadhamasamayatirikkhajoniyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagabhavaggahanam samayahiyam, ukkosenam sagarovamasayapuhattam satiregam. Padhamasamayamanusassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam do khuddagabhavaggahanaim samayunaim, ukkosenam vanassatikalo. Apadhamasamayamanusassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayahiyam, ukkosenam vanassatikalo. Devassa nam amtaram jaha neraiyassa. Padhamasamayasiddhassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Natthi amtaram. Apadhamasamayasiddhassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Sadiyassa apajjavasiyassa natthi amtaram Etesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam padhamasamayatirikkhajoniyanam padhamasamayamanusanam padhamasamayadevanam padhamasamayasiddhana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayasiddha, padhamasamayamanusa asamkhejjaguna, padhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, padhamasamayadeva asamkhejjaguna, padhamasamayatirikkhajoniya asamkhejjaguna. Etesi nam bhamte! Apadhamasamayaneraiyanam java apadhamasamayasiddhana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova apadhamasamayamanusa, apadhama-samayaneraiya asamkhejjaguna, apadhamasamayadeva asamkhejjaguna, apadhamasamayasiddha anamtaguna, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna. Etesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam apadhamasamayaneraiyana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayaneraiya, apadhamasamayaneraiya asamkhejjaguna. Etesi nam bhamte! Padhamasamayatirikkhajoniyanam apadhamasamayatirikkhajoniyana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamaya-tirikkhajoniya, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna Etesi nam bhamte! Padhamasamayamanusanam apadhamasamayamanusana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayamanusa, apadhamasamayamanusa asamkhejjaguna. Etesi nam bhamte! Padhamasamayadevanam apadhamasamayadevana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayadeva, apadhamasamayadeva asamkhejjaguna. Etesi nam bhamte! Padhamasamayasiddhanam apadhamasamayasiddhana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayasiddha, apadhamasamayasiddha anamtaguna. Etesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam apadhamasamayaneraiyanam padhamasamayatirikkhajoniyanam apadhamasamayatirikkhajoniyanam padhamasamayamanusanam apadhamasamayamanusanam padhamasamayadevanam apadhamasamayadevanam padhamasamayasiddhanam apadhamasamayasiddhana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamaya siddha, padhamasamayamanusa asamkhejja guna, apadhamasamayamanusa asamkhejjaguna, padhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, padhamasamayadeva asamkhejjaguna, padhamasamayatirikkhajoniya asamkhejjaguna, apadhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, apadhamasamayadeva asamkhejjaguna, apadhamasamayasiddha anamtaguna, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna. Settam dasaviha savvajiva. Settam savvajivabhigame. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Athava sarva jiva dasa prakara ke haim, yatha – 1. Prathamasamayanairayika, 2. Aprathamasamayanairayika, 3. Prathamasamaya – tiryagyonika, 4. Aprathamasamayatiryagyonika, 5. Prathamasamayamanushya, 6. Aprathamasamayamanushya, 7. Prathamasamayadeva, 8. Aprathamasamayadeva, 9. Prathamasamayasiddha aura 10. Aprathamasamayasiddha. Prathamasamayanairayika, prathamasamayanairayika ke rupa mem\? Eka samaya taka. Aprathamasamayanairayika usi rupa mem\? Eka samaya kama 10000 varsha taka, utkrishta eka samaya kama 33 sagaropama taka rahata hai. Prathamasamayatiryagyonika usi rupa mem\? Eka samaya taka. Aprathamasamayatiryagyonika jaghanya se eka samaya kama kshullakabhavagrahana taka aura utkarsha se vanaspatikala taka rahata hai. Prathamasamayamanushya usa rupamem? Eka samaya taka. Aprathamasamayamanushya jaghanya se eka samaya kama kshullakabhavagrahana, utkarsha purvakotiprithaktva adhika tina palyopama taka rahata hai. Deva ka kathana nairayika ki taraha hai. Prathamasamayasiddha usa rupa mem? Eka samaya taka. Aprathamasamayasiddha sadi – aparyavasita hone se sadakala rahata hai. Prathamasamayanairayika jaghanya se antarmuhurtta adhika dasa hajara varsha aura utkarsha se vanaspatikala rahata hai. Aprathamasamayanairayika ka antara jaghanya antarmuhurtta aura utkrishta vanaspatikala hai. Prathamasamayatiryagyonika ka antara jaghanya eka samaya kama do kshullakabhavagrahana hai, utkarsha se vanaspatikala hai. Aprathamasamayatiryagyonika ka antara jaghanya samayadhika kshullakabhavagrahana hai aura utkarsha se sadhika sagaropama – shataprithaktva hai. Bhagavan ! Prathamasamayamanushya ka antara kitana hai\? Gautama ! Jaghanya eka samaya kama do kshullakabhavagrahana hai aura utkarsha se vanaspatikala hai. Aprathamasamayamanushya ka antara jaghanya samayadhika kshullakabhava aura utkarsha se vanaspatikala hai. Deva ka antara nairayika ki taraha kahana chahie. Prathamasamayasiddha aura aprathamasamayasiddha ka antara nahim hai. Alpabahutva (1) sabase thore prathamasamayasiddha, unase prathamasamayamanushya asamkhyeyaguna, unase prathama – samayanairayika asamkhyeyaguna, unase prathamasamayadeva asamkhyataguna aura unase prathamasamayatiryagyonika asamkhyeyaguna hai. Alpabahutva (2) gautama ! Sabase thore aprathamasamayamanushya, unase aprathamasamayanairayika asamkhyeyaguna, unase aprathamasamayadeva asamkhyeyaguna, unase aprathamasamayasiddha anantaguna aura unase aprathamasamayatiryagyonika ananta – guna haim. Alpabahutva (3) gautama ! Sabase thore prathamasamayanairayika haim, unase asamkhyataguna aprathamasamayanairayika haim. Alpabahutva (4) gautama ! Sabase thore prathamasamayatiryagyonika haim aura unase aprathamasamayatiryagyonika anantaguna haim. Alpabahutva (5) gautama ! Sabase thore prathamasamayamanushya haim, unase aprathamasamayamanushya asamkhyataguna haim. Jaisa manushyom ke lie kaha hai, vaisa devom ke lie bhi kahana. Alpabahutva (6) gautama ! Sabase thore prathamasamayasiddha haim, unase aprathamasamayasiddha anantaguna haim. Alpabahutva (7) gautama ! Sabase thore prathamasamayasiddha haim, unase prathama – samayamanushya asamkhyataguna haim, unase aprathamasamayamanushya asamkhyataguna haim, unase prathamasamayanairayika asamkhyataguna haim, unase prathamasamayadeva asamkhyataguna haim, unase prathamasamayatiryamcha asamkhyataguna haim, unase aprathamasamayanairayika asamkhyataguna haim, unase aprathamasamayasiddha anantaguna haim, unase aprathamasamaya tiryamcha anantaguna haim. |