Sutra Navigation: Jivajivabhigam ( जीवाभिगम उपांग सूत्र )

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Sr No : 1006196
Scripture Name( English ): Jivajivabhigam Translated Scripture Name : जीवाभिगम उपांग सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

सर्व जीव प्रतिपत्ति

Translated Chapter :

सर्व जीव प्रतिपत्ति

Section : ४ थी ९ पंचविध यावत् दशविध सर्वजीव Translated Section : ४ थी ९ पंचविध यावत् दशविध सर्वजीव
Sutra Number : 396 Category : Upang-03
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] अहवा नवविधा सव्वजीवा पन्नत्ता, तं जहा–पढमसमयनेरइया अपढमसमयनेरइया पढमसमय-तिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोणिया पढमसमयमणूसा अपढमसमयमणूसा पढमसमय-देवा अपढमसमयदेवा सिद्धा य। पढमसमयनेरइया णं भंते! पढमसमयनेरइएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयनेरइए णं भंते! अपढमसमयनेरइएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं समयूणाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समयूणाइं। पढमसमयतिरिक्खजोणिए णं भंते! पढमसमयतिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयतिरिक्खजोणिए णं भंते! अपढमसमयतिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयूणं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। पढमसमयमनूसे णं भंते! पढमसमयमणूसेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! एक्कं समयं। अपढमसमयमनूसे णं भंते! अपढमसमयमणूसेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयूणं, उक्कोसेणं तिन्नि पलिओवमाइं पुव्वकोडिपुहत्तमब्भहियाइं। देवे जहा नेरइए। सिद्धे णं भंते! सिद्धेत्ति कालओ केवचिरं होति? गोयमा! सादीए अपज्जवसिते। पढमसमयनेरइयस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। अपढमसमयनेरइयस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं दो खुड्डागाइं भवग्गहणाइं समयूणाइं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। अपढमसमयतिरिक्खजोणियस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहत्तं सातिरेगं। पढमसमयमणूसस्स जहा पढमसमयतिरिक्खजोणियस्स। अपढमसमयमनूसस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं वणस्सतिकालो। पढमसमयदेवस्स जहा पढमसमयनेरइयस्स। अपढमसमयदेवस्स जहा अपढमसमयनेरइयस्स। सिद्धस्स णं भंते! अंतरं कालओ केवचिरं होति? गोयमा! सादीयस्स अपज्जवसियस्स नत्थि अंतरं। एएसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयमनूसा, पढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, पढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, पढमसमयतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा। एएसि णं भंते! अपढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमय-मनूसाणं अपढमसमयदेवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा अपढमसमयमनूसा, अपढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा। एएसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयनेरइयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयनेरइया, अपढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा। एएसि णं भंते! पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमय-तिरिक्खजोणिया, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा मनुयदेवाणं अप्पाबहुयं जहा नेरइयाणं। एएसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेवाणं अपढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयमणूसाणं अपढमसमयदेवाणं सिद्धाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पढमसमयमणूसा, अपढमसमयमनूसा असंखेज्जगुणा, पढमसमय-नेरइया असंखेज्जगुणा, पढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, पढमसमयतिरिक्खजोणिया असंखेज्ज-गुणा, अपढमसमयनेरइया असंखेज्जगुणा, अपढमसमयदेवा असंखेज्जगुणा, सिद्धा अनंतगुणा, अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अनंतगुणा। सेत्तं नवविहा सव्वजीवा।
Sutra Meaning : अथवा सर्वजीव नौ प्रकार के – १.प्रथमसमयनैरयिक, २.अप्रथमसमयनैरयिक, ३.प्रथमसमयतिर्यग्‌योनिक, ४.अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक, ५.प्रथमसमयमनुष्य, ६.अप्रथमसमयमनुष्य, ७.प्रथमसमयदेव, ८.अप्रथमसमयदेव ९.सिद्ध। प्रथमसमयनैरयिक, प्रथमसमयनैरयिक के रूपमें एक समय और अप्रथमसमयनैरयिक जघन्य एक समय कम १०००० वर्ष, उत्कर्ष से एक समय कम ३३ सागरोपम तक रहता है। प्रथमसमय – तिर्यग्योनिक एक समय तक और अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक जघन्य एक समय कम क्षुल्लकभवग्रहण तक,उत्कर्ष से वनस्पतिकाल तक। प्रथम – समयमनुष्य एक समय और अप्रथमसमयमनुष्य जघन्य समय कम क्षुल्लक – भवग्रहण, उत्कर्ष से पूर्वकोटिपृथक्त्व अधिक तीन पल्योपम तक रहता है। देव का कथन नैरयिक के समान है। सिद्ध सादि – अपर्यवसित हैं। प्रथमसमयनैरयिक का अन्तर जघन्य से अन्तर्मुहूर्त्त अधिक दस हजार वर्ष और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। अप्रथमसमयनैरयिक का अन्तर जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। प्रथमसमयतिर्यग्योनिक का अन्तर जघन्य समय कम दो क्षुल्लकभवग्रहण और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक का अन्तर जघन्य समयाधिक क्षुल्लकभवग्रहण है और उत्कर्ष से साधिक सागरोपम शतपृथक्त्व है। प्रथमसमयमनुष्य का अन्तर प्रथमसमयतिर्यंच के समान है। अप्रथमसमयमनुष्य का अन्तर समयाधिक क्षुल्लकभवग्रहण है और उत्कर्ष से वनस्पतिकाल है। प्रथमसमयदेव का अन्तर प्रथमसमयनैरयिक के समान है। अप्रथमसमयदेव का अन्तर अप्रथमसमयनैरयिक के समान है। सिद्ध सादि – अर्यवसित होने से अन्तर नहीं है। अल्पबहुत्व (१) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयमनुष्य, उनसे प्रथमसमयनैरयिक असंख्यगुण, उनसे प्रथम समयदेव असंख्यातगुण, उनसे प्रथमसमयतिर्यग्योनिक असंख्यातगुण हैं। अल्पबहुत्व (२) सबसे थोड़े अप्रथम – समयमनुष्य हैं, उनसे अप्रथमसमयनैरयिक असंख्येयगुण हैं, उनसे अप्रथमसमयदेव असंख्येयगुण हैं और उनसे अप्रथमसमयतिर्यंच अनन्तगुण हैं। अल्पबहुत्व (३) सबसे थोड़े प्रथमसमयनैरयिक हैं और उनसे अप्रथमसमय – नैरयिक असंख्यातगुण हैं। अल्पबहुत्व (४) प्रथमसमयतिर्यंच सबसे थोड़े और अप्रथमसमयतिर्यंच अनन्तगुण हैं। मनुष्य और देवों का अल्पबहुत्व नैरयिकों की तरह कहना। अल्पबहुत्व (५) गौतम ! सबसे थोड़े प्रथमसमयमनुष्य, उनसे अप्रथमसमयमनुष्य असंख्यातगुण, उनसे प्रथमसमयनैरयिक असंख्यातगुण, उनसे प्रथमसमयदेव असंख्या – तगुण, उनसे प्रथमसमयतिर्यंच असंख्यातगुण, उनसे अप्रथमसमयनैरयिक असंख्यातगुण, उनसे अप्रथमसमयदेव असंख्यातगुण, उनसे सिद्ध अनन्तगुण और उनसे अप्रथमसमयतिर्यग्योनिक अनन्तगुण हैं।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] ahava navavidha savvajiva pannatta, tam jaha–padhamasamayaneraiya apadhamasamayaneraiya padhamasamaya-tirikkhajoniya apadhamasamayatirikkhajoniya padhamasamayamanusa apadhamasamayamanusa padhamasamaya-deva apadhamasamayadeva siddha ya. Padhamasamayaneraiya nam bhamte! Padhamasamayaneraietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayaneraie nam bhamte! Apadhamasamayaneraietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim samayunaim, ukkosenam tettisam sagarovamaim samayunaim. Padhamasamayatirikkhajonie nam bhamte! Padhamasamayatirikkhajonietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayatirikkhajonie nam bhamte! Apadhamasamayatirikkhajonietti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayunam, ukkosenam vanassatikalo. Padhamasamayamanuse nam bhamte! Padhamasamayamanusetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Ekkam samayam. Apadhamasamayamanuse nam bhamte! Apadhamasamayamanusetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayunam, ukkosenam tinni paliovamaim puvvakodipuhattamabbhahiyaim. Deve jaha neraie. Siddhe nam bhamte! Siddhetti kalao kevachiram hoti? Goyama! Sadie apajjavasite. Padhamasamayaneraiyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttamabbhahiyaim, ukkosenam vanassatikalo. Apadhamasamayaneraiyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam amtomuhuttam, ukkosenam vanassatikalo. Padhamasamayatirikkhajoniyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam do khuddagaim bhavaggahanaim samayunaim, ukkosenam vanassatikalo. Apadhamasamayatirikkhajoniyassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayahiyam, ukkosenam sagarovamasayapuhattam satiregam. Padhamasamayamanusassa jaha padhamasamayatirikkhajoniyassa. Apadhamasamayamanusassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Jahannenam khuddagam bhavaggahanam samayahiyam, ukkosenam vanassatikalo. Padhamasamayadevassa jaha padhamasamayaneraiyassa. Apadhamasamayadevassa jaha apadhamasamayaneraiyassa. Siddhassa nam bhamte! Amtaram kalao kevachiram hoti? Goyama! Sadiyassa apajjavasiyassa natthi amtaram. Eesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam padhamasamayatirikkhajoniyanam padhamasamayamanusanam padhamasamayadevana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayamanusa, padhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, padhamasamayadeva asamkhejjaguna, padhamasamayatirikkhajoniya asamkhejjaguna. Eesi nam bhamte! Apadhamasamayaneraiyanam apadhamasamayatirikkhajoniyanam apadhamasamaya-manusanam apadhamasamayadevana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova apadhamasamayamanusa, apadhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, apadhamasamayadeva asamkhejjaguna, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna. Eesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam apadhamasamayaneraiyana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayaneraiya, apadhamasamayaneraiya asamkhejjaguna. Eesi nam bhamte! Padhamasamayatirikkhajoniyanam apadhamasamayatirikkhajoniyana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamaya-tirikkhajoniya, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna Manuyadevanam appabahuyam jaha neraiyanam. Eesi nam bhamte! Padhamasamayaneraiyanam padhamasamayatirikkhajoniyanam padhamasamayamanusanam padhamasamayadevanam apadhamasamayaneraiyanam apadhamasamayatirikkhajoniyanam apadhamasamayamanusanam apadhamasamayadevanam siddhana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova padhamasamayamanusa, apadhamasamayamanusa asamkhejjaguna, padhamasamaya-neraiya asamkhejjaguna, padhamasamayadeva asamkhejjaguna, padhamasamayatirikkhajoniya asamkhejja-guna, apadhamasamayaneraiya asamkhejjaguna, apadhamasamayadeva asamkhejjaguna, siddha anamtaguna, apadhamasamayatirikkhajoniya anamtaguna. Settam navaviha savvajiva.
Sutra Meaning Transliteration : Athava sarvajiva nau prakara ke – 1.Prathamasamayanairayika, 2.Aprathamasamayanairayika, 3.Prathamasamayatiryagyonika, 4.Aprathamasamayatiryagyonika, 5.Prathamasamayamanushya, 6.Aprathamasamayamanushya, 7.Prathamasamayadeva, 8.Aprathamasamayadeva 9.Siddha. Prathamasamayanairayika, prathamasamayanairayika ke rupamem eka samaya aura aprathamasamayanairayika jaghanya eka samaya kama 10000 varsha, utkarsha se eka samaya kama 33 sagaropama taka rahata hai. Prathamasamaya – tiryagyonika eka samaya taka aura aprathamasamayatiryagyonika jaghanya eka samaya kama kshullakabhavagrahana taka,utkarsha se vanaspatikala taka. Prathama – samayamanushya eka samaya aura aprathamasamayamanushya jaghanya samaya kama kshullaka – bhavagrahana, utkarsha se purvakotiprithaktva adhika tina palyopama taka rahata hai. Deva ka kathana nairayika ke samana hai. Siddha sadi – aparyavasita haim. Prathamasamayanairayika ka antara jaghanya se antarmuhurtta adhika dasa hajara varsha aura utkarsha se vanaspatikala hai. Aprathamasamayanairayika ka antara jaghanya antarmuhurtta aura utkarsha se vanaspatikala hai. Prathamasamayatiryagyonika ka antara jaghanya samaya kama do kshullakabhavagrahana aura utkarsha se vanaspatikala hai. Aprathamasamayatiryagyonika ka antara jaghanya samayadhika kshullakabhavagrahana hai aura utkarsha se sadhika sagaropama shataprithaktva hai. Prathamasamayamanushya ka antara prathamasamayatiryamcha ke samana hai. Aprathamasamayamanushya ka antara samayadhika kshullakabhavagrahana hai aura utkarsha se vanaspatikala hai. Prathamasamayadeva ka antara prathamasamayanairayika ke samana hai. Aprathamasamayadeva ka antara aprathamasamayanairayika ke samana hai. Siddha sadi – aryavasita hone se antara nahim hai. Alpabahutva (1) gautama ! Sabase thore prathamasamayamanushya, unase prathamasamayanairayika asamkhyaguna, unase prathama samayadeva asamkhyataguna, unase prathamasamayatiryagyonika asamkhyataguna haim. Alpabahutva (2) sabase thore aprathama – samayamanushya haim, unase aprathamasamayanairayika asamkhyeyaguna haim, unase aprathamasamayadeva asamkhyeyaguna haim aura unase aprathamasamayatiryamcha anantaguna haim. Alpabahutva (3) sabase thore prathamasamayanairayika haim aura unase aprathamasamaya – nairayika asamkhyataguna haim. Alpabahutva (4) prathamasamayatiryamcha sabase thore aura aprathamasamayatiryamcha anantaguna haim. Manushya aura devom ka alpabahutva nairayikom ki taraha kahana. Alpabahutva (5) gautama ! Sabase thore prathamasamayamanushya, unase aprathamasamayamanushya asamkhyataguna, unase prathamasamayanairayika asamkhyataguna, unase prathamasamayadeva asamkhya – taguna, unase prathamasamayatiryamcha asamkhyataguna, unase aprathamasamayanairayika asamkhyataguna, unase aprathamasamayadeva asamkhyataguna, unase siddha anantaguna aura unase aprathamasamayatiryagyonika anantaguna haim.