Sutra Navigation: Bhagavati ( भगवती सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1004045 | ||
Scripture Name( English ): | Bhagavati | Translated Scripture Name : | भगवती सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
शतक-१२ |
Translated Chapter : |
शतक-१२ |
Section : | उद्देशक-५ अतिपात | Translated Section : | उद्देशक-५ अतिपात |
Sutra Number : | 545 | Category : | Ang-05 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] कम्मओ णं भंते! जीवे नो अकम्मओ विभत्तिभावं परिणमइ? कम्मओ णं जए नो अकम्मओ विभत्तिभावं परिणमइ? हंता गोयमा! कम्मओ णं जीवे नो अकम्मओ विभत्तिभावं परिणमइ, कम्मओ णं जए नो अकम्मओ विभत्तिभावंपरिणमइ। सेवं भंते! सेवं भंते! त्ति। | ||
Sutra Meaning : | भगवन् ! क्या जीव कर्मों से ही मनुष्य – तिर्यञ्च आदि विविध रूपों को प्राप्त होता है, कर्मों के बिना नहीं ? तथा क्या जगत् कर्मों से विविध रूपों को प्राप्त होता है, विना कर्मों के प्राप्त नहीं होता ? हाँ, गौतम ! कर्म से जीव और जगत विविध रूपों को प्राप्त होता है, किन्तु कर्म के विना प्राप्त नहीं होते। ‘हे भगवन् ! यह इसी प्रकार है।’ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] kammao nam bhamte! Jive no akammao vibhattibhavam parinamai? Kammao nam jae no akammao vibhattibhavam parinamai? Hamta goyama! Kammao nam jive no akammao vibhattibhavam parinamai, kammao nam jae no akammao vibhattibhavamparinamai. Sevam bhamte! Sevam bhamte! Tti. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Bhagavan ! Kya jiva karmom se hi manushya – tiryancha adi vividha rupom ko prapta hota hai, karmom ke bina nahim\? Tatha kya jagat karmom se vividha rupom ko prapta hota hai, vina karmom ke prapta nahim hota\? Ham, gautama ! Karma se jiva aura jagata vividha rupom ko prapta hota hai, kintu karma ke vina prapta nahim hote. ‘he bhagavan ! Yaha isi prakara hai.’ |