Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000100 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Section : | उद्देशक-६ अममत्त्व | Translated Section : | उद्देशक-६ अममत्त्व |
Sutra Number : | 100 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] जे ममाइय-मतिं जहाति, से जहाति ममाइयं। से हु दिट्ठपहे मुनी, जस्स नत्थि ममाइयं। तं परिण्णाय मेहावी। विदित्ता लोगं, वंता लोगसण्णं, ‘से मतिमं’ परक्कमेज्जासि | ||
Sutra Meaning : | जो ममत्व – बुद्धि का त्याग करता है, वह ममत्व का त्याग करता है। वही द्रष्ट – पथ मुनि है, जीसने ममत्व का त्याग कर दिया है। यह जानकर मेधावी लोकस्वरूप को जाने। लोक – संज्ञा का त्याग करे, तथा संयम में पुरुषार्थ करे। वास्तव में उसे ही मतिमान् कहा गया है – ऐसा मैं कहता हूँ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] je mamaiya-matim jahati, se jahati mamaiyam. Se hu ditthapahe muni, jassa natthi mamaiyam. Tam parinnaya mehavi. Viditta logam, vamta logasannam, ‘se matimam’ parakkamejjasi | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Jo mamatva – buddhi ka tyaga karata hai, vaha mamatva ka tyaga karata hai. Vahi drashta – patha muni hai, jisane mamatva ka tyaga kara diya hai. Yaha janakara medhavi lokasvarupa ko jane. Loka – samjnya ka tyaga kare, tatha samyama mem purushartha kare. Vastava mem use hi matiman kaha gaya hai – aisa maim kahata hum. |