Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000008 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व | Translated Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व |
Sutra Number : | 8 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] अपरिण्णाय-कम्मे खलु अयं पुरिसे, जो इमाओ दिसाओ वा अनुदिसाओ वा अनुसंचरइ, सव्वाओ दिसाओ सव्वाओ अनुदिसाओ सहेति। | ||
Sutra Meaning : | यह पुरुष, जो अपरिज्ञातकर्मा है वह इन दिशाओं व अनुदिशाओं में अनुसंचरण करता है। अपने कृत – कर्मों के साथ सब दिशाओं/अनुदिशाओं में जाता है। अनेक प्रकार की जीव – योनियों को प्राप्त होता है। वहाँ विविध प्रकार के स्पर्शों का अनुभव करता है। इस सम्बन्धमें भगवान् ने परिज्ञा विवेक का उपदेश किया है। सूत्र – ८–१० | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] aparinnaya-kamme khalu ayam purise, jo imao disao va anudisao va anusamcharai, savvao disao savvao anudisao saheti. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Yaha purusha, jo aparijnyatakarma hai vaha ina dishaom va anudishaom mem anusamcharana karata hai. Apane krita – karmom ke satha saba dishaom/anudishaom mem jata hai. Aneka prakara ki jiva – yoniyom ko prapta hota hai. Vaham vividha prakara ke sparshom ka anubhava karata hai. Isa sambandhamem bhagavan ne parijnya viveka ka upadesha kiya hai. Sutra – 8–10 |